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डबल एंजिन की सीटी तक न बजा पाने वाला क्या फिर बैठेगा ड्रायविंग-सीट पर उसने दावा तो किया है इस बार तेज सीटी बजाकर बताऊंगा , कटनी-खजुराहो ट्रेक पर वंदे विकास भी दौड़ाकर दिखाऊंगा

 डबल एंजिन की सीटी तक न बजा पाने वाला  क्या फिर बैठेगा ड्रायविंग-सीट पर उसने दावा तो किया है इस बार तेज सीटी बजाकर बताऊंगा , कटनी-खजुराहो ट्रेक पर वंदे विकास भी दौड़ाकर  दिखाऊंगा ढीमरखेड़ा । कटनी खजुराहो संसदीय क्षेत्र में एशिया के महत्वपूर्ण रेलवे जंक्शन  कटनी के प्लेटफार्म पर पांच साल से खड़ी डबल-ट्रिपल एंजिन वाली मजबूत सरकार के चुने हुए चालक (सांसद) वी डी शर्मा सीटी तक नहीं बजा पाए तो क्या हुआ, विकास की एक्सप्रेस स्टार्ट नहींं कर पाये तो क्या हुआ आखिर उन्होंने  यह दोहराया तो है कि जितनी कोशिशें कर सकता था बजाने की, करता रहा, कोई बात नहीं इस बार बजा देंगे। डबल एंजिन सरकार का पूरा  रनिंग स्टॉफ (पार्टी के लोग) यह सुनकर हर्ष में  डूब गया है। डबल एजिंन के चालक को मालूम है कि कटनी स्टेशन के विकास पथ पर गाड़ी नहीं चला पाने पर भी उन्हे चार्जशीट नहीं मिल सकती थी। इस बार भी इलेक्शन विक्टरी मशीनरी (ई वी एम) उन्हें डबल एंजिन का ड्रायविंग लायसेंस लाकर स्वयं उनके  श्रीचरण कमलों में समर्पित कर देगी।  कटनी विकास के ट्रेक पर सांसद के पांच साला कर्मो का हिसाब किताब भले निरंक (शून्य) हो, मगर नगरनिगम क

अवैध शराब के विरुद्ध उमरियापान पुलिस की बड़ी कार्रवाई, अवैध शराब माफियाओं में दहशत का माहौल

 अवैध शराब के विरुद्ध उमरियापान पुलिस की बड़ी कार्रवाई, अवैध शराब माफियाओं में दहशत का माहौल ढीमरखेड़ा | पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन के दिशा निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष डेहरिया के मार्ग दर्शन व अनुविभागीय अधिकारी पुलिस स्लीमनाबाद अखिलेश गौर के नेतृत्व में थाना प्रभारी उमरियापान, थाना प्रभारी ढीमरखेड़ा ने अपने स्टॉफ के साथ लोकसभा चुनाव के मद्देनजर निरंतर क्षेत्र मे भ्रमण एवं अवैध गतिविधियों की रोकथाम हेतु विभिन्न स्थानों पर भ्रमण एवं अपराध पतासाजी के दौरान दिनांक 28.03.2024 को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम उमरियापान कुम्हार मोहल्ला में अर्चना बाई कुम्हार अपने घर की बाड़ी में भारी मात्रा में अवैध शराब रखे हुए है जो कि बेचने की फिराक मे बैठी है, प्राप्त मुखबिर की सूचना पर तस्दीकी हेतु हमराह स्टॉफ के द्वारा उमरियापान कुम्हार मोहल्ला जाकर देखा जो एक महिला अपने घर की बाड़ी में चार प्लास्टिक के डिब्बे मे कुछ भरा हुआ लिये दिखाई दी जो पुलिस को देखकर जाने लगी जिसे हमराह स्टॉफ व साक्षीगणो की मदद से रोका जिससे नाम पता पूछने पर अपना नाम अर्चना बाई पति संतोष चक्रवर्ती उम

भाजपा नेता गोविंद सिंह बागरी के प्रयासों ने लाई रंग बहुत जल्द वितरित होगे बागरी जाति के जाति प्रमाण पत्र

 भाजपा नेता गोविंद सिंह बागरी के प्रयासों ने लाई रंग बहुत जल्द वितरित होगे बागरी जाति के जाति प्रमाण पत्र ढीमरखेड़ा | इस संसार में समस्या तो सबको हैं पर उन समस्याओ में एक नया रास्ता बनाकर इतिहास बनाऊंगा इस चंद पंक्तिया बयां कर रही है भाजपा नेता गोविंद सिंह बागरी को।जबलपुर की कुंडम एवं सिहोरा तहसील में बागरी जाति के जाति प्रमाण पत्र जारी करवाने भाजपा नेता गोविंद सिंह बागरी के अथक प्रयास से उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के द्वारा भोपाल से जबलपुर कलेक्टर को आदेश जारी किया गया था लिहाज़ा भाजपा नेता गोविंद सिंह बागरी ने जबलपुर कलेक्टर  से मिलकर उपमुख्यमंत्री के आदेश एवं शासन द्वारा जारी दिशा निर्देश के विषय में विस्तृत चर्चा की एवं बागरी समाज की समस्या के विषय में अवगत कराया गया। जबलपुर कलेक्टर के द्वारा गंभीरता दिखाते हुए जल्द से जल्द निराकरण करने का आश्वासन दिया गया और कहा गया कि मेरे द्वारा सिहोरा और कुण्डम तहसील के अनुविभागीय अधिकारी एवं तहसीलदार की मीटिंग लेकर बागरी जाति के जाति प्रमाण पत्र जारी करने में आ रही समस्या के विषय में निराकरण किया जायेगा। संसदीय क्षेत्र में बागरी जाति बहुतायत म

समदडिय़ा कालोनीवासी भयभीत हो उठे है शंख प्राप्ति के धार्मिक प्रपंच से, अविकसित कालोनी की कीमतें बढ़ाने के लिए अंधविश्वास का प्रचार-पाखंड, सेवाधारियों ने कहा-यह साहिबान के कृपा आदेश का पालन है, कोई प्रपंच नहीं

 समदडिय़ा कालोनीवासी भयभीत हो उठे है शंख प्राप्ति के धार्मिक प्रपंच से, अविकसित कालोनी की कीमतें बढ़ाने के लिए अंधविश्वास का प्रचार-पाखंड, सेवाधारियों ने कहा-यह साहिबान के कृपा आदेश का पालन है, कोई प्रपंच नहीं ढीमरखेड़ा । समदडिय़ा कालोनी के पीछे की अविकसित और बरसात के समय छह-सात फीट गहरे तालाब के रूप में तीन माह के लिए परिवर्तित होने वाली निजी भूमि के विशेष प्लाट पर एक नए अन्ध विश्वास की स्थापना गुरूवार से कर दी गई है, जहां कुछ कथित सेवादारोंं ने झाडिय़ां साफ करके चार छोटे शंख प्राप्त किए हैं और  इन्हें साहिबान के आदेश से मिला हुआ चमत्कारिक प्रसाद मानकर चार चबूतरों का निर्माण कर दिया गया है। शंख को रखकर पुष्पार्पण किया गया, पूजन किया गया, लेकिन समदडिय़ा कालोनी के लोग इसे प्रेत-पूजा मानकर भयभीत है और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इस पूरे कांड की जांच की जाए। जिस भूमि पर शंख मिले है, वह किसकी है, उसका धार्मिक संस्था के प्रमुख से क्या रिश्ता है और इस प्रपंच के पीछे उसकी मंशा क्या है। अविकसित निजी भूमि की कीमत कई गुना करने का हथकंडा तो नहीं है। सूत्रों की मानें तो समदडिय़ा कालोनी के पीछे की निज

खनिज विभाग नही दे रहा ध्यान चुनाव आचार - संहिता के विपरीत अधिक अवधि से जमे खनिज निरीक्षक अशोक मिश्रा क्यों बचा रहे हैं खदान संचालक को

 बिना भू प्रवेश की अनुमति के हो रहा 5.50 हेक्टर में खनन, भू - स्वामी आदिवासी की जमीन पर कर रहे खनन -शिकायत के बावजूद खनिज विभाग नही दे रहा ध्यान चुनाव आचार - संहिता के विपरीत अधिक अवधि से जमे खनिज निरीक्षक अशोक मिश्रा क्यों बचा रहे हैं खदान संचालक को ढीमरखेड़ा | बड़वारा के जमुनिया में बिना भू प्रवेश की अनुमति के खदान संचालक खनन कर रहे हैं। जिसको लेकर यहाँ तैनात किए गए खनिज निरीक्षक की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं कि वे अपनी देख रेख में अवैध खनन को पोषण खुराक क्यों दे रहे हैं l बिना भू प्रवेश की अनुमति के बडवारा तहसील के ग्राम जमुनिया के खसरा नंबर 6 ,7/ 2ग ,88/1घ, 88/1 च  नया खसरा नंबर 10,127,128,129 रकवा 5.50 हेक्टर पर खनिपट्टाधारी प्रभाकर राव के द्वारा सरकारी जमीन सहित आदिवासी की जमीन पर किए जा रहे उत्खनन को बंद करते हुए खनिज पोर्टल को ब्लाक करते हुए खनिपट्टाधारी सहित खनन करने में संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही करने संचालक तक शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग की गई है। यह की बड़वारा तहसील के ग्राम जमुनिया के पुराना खसरा नंबर 6 ,7/ 2ग ,88/1घ, 88/1 च  नया खसरा नंबर 10,127,128,129

जनशिक्षक संतोष बर्मन चला रहा ग्राम पंचायत सिलौड़ी , कार्यक्रमो में जनशिक्षक की भागीदारी, सरपंच पंचों बाई बर्मन रहतीं हैं नदारद ग्राम पंचायत सिलौड़ी में लगा गंदगी का अंबार जिम्मेदार बेखबर

 जनशिक्षक संतोष बर्मन चला रहा ग्राम पंचायत सिलौड़ी , कार्यक्रमो में जनशिक्षक की भागीदारी, सरपंच पंचों बाई बर्मन रहतीं हैं नदारद ग्राम पंचायत सिलौड़ी में लगा गंदगी का अंबार जिम्मेदार बेखबर  ढीमरखेड़ा | जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सिलौड़ी में गंदगी का अंबार लगा हुआ हैं। राम - मंदिर के पास गंदगी का अंबार लगा हुआ हैं, जहां हिंदू धर्म में राम सबके आस्था के केंद्र हैं वही गंदगी फैली हुई हैं। लिहाज़ा इस गंदगी से परेशान होकर ग्रामीण 181 में भी शिक़ायत कर रहे हैं अब सोचा जा सकता हैं कि सिलौड़ी के ग्रामीण आखिर किस - हद तक परेशान हैं। साफ - सफाई के नाम पर फर्जी बिल लगाएं गए हैं, जब इस विषय की सूचना ग्रामीणों से ली गई तो बताया गया कि साफ - सफाई के नाम पर फर्जी बिल लगाएं जा रहे हैं लिहाज़ा इन फर्जी बिलों की जांच तलब होनी चाहिए। स्मरण रहे कि गांवों के सर्वांगीण विकास के लिए पंचायती राज का गठन किया गया है, ताकि समस्या को गांव के लोग आपस मे मिलकर सुलझा सके और गांवों की छोटी, मोटी समस्या को पंचायत के सरपंच-सचिव, ग्रामवासी मिलकर दूर कर सकें। इसके लिए ग्राम पंचायत में मूलभूत चौ

समाज की सबसे लाचार बहनों के हिस्से में डाका डालता पुलिस का जब्तीनामा*स्पा सेंटर केस में महिला थाना पुलिस की लीपापोती चर्चित 13 आरोपी - जब्त 2300 रुपए और कुठला के स्पा सेंटर को संदिग्ध-छूट शरीफ के स्पा सेंटर में मिले दस काम-पिपासु मानव संचालक दमोह का- सेक्स वर्कर बाहरी - कमान्ध कटनी के

 समाज की सबसे लाचार बहनों के हिस्से में डाका डालता पुलिस का जब्तीनामा*स्पा सेंटर केस में महिला थाना पुलिस की लीपापोती चर्चित 13 आरोपी - जब्त 2300 रुपए और कुठला के स्पा सेंटर को संदिग्ध-छूट शरीफ के स्पा सेंटर में मिले दस काम-पिपासु मानव संचालक दमोह का- सेक्स वर्कर बाहरी - कमान्ध कटनी के ढीमरखेड़ा । स्थानीय सफेदपोश व्यक्तित्वों के संरक्षण में विभिन्न अवैध कारोबार का संचालन होता है, पिछली शाम को दो नाजायज धंधों पर सरकारी विभाग ने उस समय रेड मारी, जब चुनावी संहिता लागू होने से सफेदपोशों का रूतबा दो माह के लिए ठंडा पड़ जाता है। एक तो अवैध खनन पर सरकारी टीम ने कार्यवाही की दूसरी रात के समय हैप्पी स्पा सेंटर में महिला पुलिस पहुंच गई, जहां हैप्पी योग में डूबे चार स्थानीय कामुक योगी और छह मेहमान गणिकाएं मिलीं , संचालक शरीफ खान मौके पर नहीं थे। पुलिस ने सभी काम-साधकों को लाकर कुछ देर के लिए हवालाती-मेहमान बनाया, कार्रवाई की और जमानत पर छोड़ा गया। इस कार्यवाही से सावधान दीगर आधा दर्जन काम क्रीड़ा केंद्रों ने अस्थाई रूप से अपने मालिशखानों पर जिस्मानी सौदे का कारोबार स्थगित रखा है।महिला थाना ने छह

सिलौड़ी जनशिक्षक चला रहा पंचायत ग्राम पंचायत सिलौड़ी का मामला

 सिलौड़ी जनशिक्षक चला रहा पंचायत ग्राम पंचायत सिलौड़ी का मामला ढीमरखेड़ा । समाचार का शीर्षक पढ़कर चौकियें मत यह सत्य है, यह मामला जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा की ग्राम पंचायत सिलौड़ी का है जहां पर कहने को यहां की सरपंच पंचो बर्मन है लेकिन हकीकत में उक्त पंचायत का संचालन पंचो बर्मन के पति संतोष बर्मन के द्वारा किया जा रहा है। यहां पर महत्वपूर्ण बात यह है कि संतोष बर्मन शासकीय सेवा में है और वर्तमान समय में वह सिलौड़ी संकुल में जनशिक्षक जैसे महत्वपूर्ण पद पर पदस्थ है इसके बाद भी उनका ध्यान शिक्षा विभाग से भटककर पंचायत में ज्यादा लग रहा है और शासन द्वारा जो भी कार्यक्रम किये जाते है उसमें सरपंच पति की मौजूदगी आसानी से देखने को मिल जाती है। सूत्रों ने बताया कि पंचायत भवन में जो कक्ष सरपंच के लिये आवंटित है उसमें भी जनशिक्षक संतोष बर्मन ही बैठते है और कभी कभार ही स्कूल जाते है । अधिकांश समय उनका पंचायत में ही गुजरता है।  *भगवान भरोसे बच्चों का भविष्य* यहां पर यह उल्लेखनीय है कि जिस जनशिक्षक पर बच्चों का जीवन संवारने का जिम्मा है उसके द्वारा ही नियमों को ताक पर रखकर अपनी पत्नी के कार्यों को सरपंच की भूमि

उल्लास नव भारत साक्षरता परीक्षा का आयोजन 17 मार्च को ढीमरखेड़ा में 4346 परीक्षार्थी लेंगे हिस्सा

 उल्लास नव भारत साक्षरता परीक्षा का आयोजन 17 मार्च को  ढीमरखेड़ा में 4346 परीक्षार्थी लेंगे हिस्सा ढीमरखेड़ा | भारत सरकार की महत्वपूर्ण नवभारत साक्षरता योजना के अंतर्गत  जिले के निरक्षरों को साक्षर बनाने के क्रम में विकास खंड ढीमरखेड़ा के 214 सामाजिक चेतना केंद्रों मे रविवार 17 मार्च को पंजीकृत निरक्षरों की परीक्षा सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक कराई जाएगी। जिसमें ढीमरखेड़ा के नौ जनशिक्षा केंद्रों के 4346 निरक्षर महिला पुरुष भाग लेंगे। साक्षरता परीक्षा को सफल बनाने के लिए जन प्रतिनिधियों,जन अभियान परिषद के सदस्यों,आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओ,सहायकों,शिक्षकों एवं विद्ययालीन बच्चों से उनके घर के आस-पास रहने वाले निरक्षरों को परीक्षा में बैठाने के लिए बीआरसी प्रेम कोरी,साक्षरता प्रभारी अनिल दुबे,हेमंत सामल सूर्यकान्त त्रिपाठी,अजय पाण्डेय,सुशील पटेल,आशीष चौरसिया,बाबूराम माझी,अवधेश पटेल,अशोक पटेल, जगन पटेल,सतेंद्र बागरी,मनोज गौतम,कमलनारायण दुबे, संतोष बर्मन ने सहयोग की अपील की है।

लोकसभा चुनाव हों सकता हैं प्रभावित, कलेक्टर के स्थानांतरण आदेश को ढीमरखेड़ा और सिलौड़ी स्थाईकर्मी दिखा रहे धत्ता, स्थानांतरण आदेश बना मज़ाक बिना चढ़ोत्तरी के नहीं होता काम, तहसील ऑफिस ढीमरखेड़ा और सिलौड़ी का मामला*ढीमरखेड़ा स्थाईकर्मी अवधेश सिंह ठाकुर, सिलौड़ी स्थाईकर्मी प्रमोद चंपुरिया अंगद के पैर की तरह जमे कलेक्टर के स्थानांतरण आदेश की उड़ा रहे धज्जियां

 लोकसभा चुनाव हों सकता हैं प्रभावित, कलेक्टर के स्थानांतरण आदेश को ढीमरखेड़ा और सिलौड़ी स्थाईकर्मी दिखा रहे धत्ता, स्थानांतरण आदेश बना मज़ाक बिना चढ़ोत्तरी के नहीं होता काम, तहसील ऑफिस ढीमरखेड़ा और सिलौड़ी का मामला*ढीमरखेड़ा स्थाईकर्मी अवधेश सिंह ठाकुर, सिलौड़ी स्थाईकर्मी प्रमोद चंपुरिया अंगद के पैर की तरह जमे कलेक्टर के स्थानांतरण आदेश की उड़ा रहे धज्जियां ढीमरखेड़ा | नोट ले आओ आपका काम बहुत जल्द कर दिया जाएगा जो नियम में नही हैं वह भी कार्य हों जाएगा बस नोटों का वजन ज्यादा बढ़ा देना ये चंद पक्तियां बयां करती हैं ढीमरखेड़ा स्थाईकर्मी अवधेश सिंह ठाकुर, सिलौड़ी स्थाईकर्मी प्रमोद चंपुरिया को। तहसील क्षेत्र ढीमरखेड़ा में इन दिनों बिना नोट दिए कोई कार्य नहीं किए जाते इसका ताज़ा उदाहरण अभी कुछ दिन पहले का हैं नोटो के कारण इतना विवाद हों गया कि बात उच्च - अधिकारियों तक पहुंच गई लेकिन इनके ऊपर कार्यवाही नहीं बल्कि अधिकारियों की कृपा बरस रही हैं। किसी भी कर्मचारी पर यदि बड़े साहब का हाथ हो तो उस पर किसी तरह के कोई नियम लागू नहीं होते हैं और जिस कर्मचारी पर यदि साहब की कृपा नहीं बरस रही तो उस प

संभागायुक्त करे जांच तो पूर्व के कई कारनामों से उठेगा पर्दा, भ्रष्टाचार का दूसरा नाम रामचंद्र यादव, पूर्व में दैगवां महगवां में रहते हुए जमकर बटोरी सुर्खियां

 संभागायुक्त करे जांच तो पूर्व के कई कारनामों से उठेगा पर्दा, भ्रष्टाचार का दूसरा नाम रामचंद्र यादव, पूर्व में दैगवां महगवां में रहते हुए जमकर बटोरी सुर्खियां ढीमरखेड़ा | जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत पूर्व में पदस्थ रामचंद्र यादव दैगवां - महगवां में रहते हुए जमकर बटोरी सुर्खियां, लिहाज़ा इनके द्वारा जो निर्माण कार्य किए गए थे उनमें जमकर अनियमितता बरती गई थी जिसके चलते इनको सस्पेंड कर दिया गया था। जब ये सस्पेंड हों गए थे तो इतने जल्दी कैसे बहाल हो गए जिसमें उच्च - अधिकारी संदेह के घेरे में हैं। स्मरण रहे कि इनके द्वारा उच्च - अधिकारियों को लक्ष्मी देकर फाइल को दबाकर पद से बहाल कर दिया गया।  *बिना गड्ढे के शौचालय बने नमूना* ग्राम पंचायत दैगवां महगवां में रहते हुए जिनके शौचालय आए हुए थे वो नमूना के रुप में बने हुए हैं। जब इनकी तहकीकात की गई तो पाया गया कि नीचे तो गड्ढा ही नहीं हैं बल्कि बिना गड्ढे के शौचालय का निर्माण किया गया है। लिहाज़ा नियमानुसार शौचालय का निर्माण होना चाहिए ताकि सरकार की योजना जो चल रही है उसमें भ्रष्टाचार की मुहर ना लगे लेकिन भ्रष्टाचार की म

निर्माण कार्य के नाम पर निकल रही राशि निर्माण कार्य हुएं ही नहीं राशि पूरी निकालकर, निर्माण कार्य छोड़ा अधूरा ग्राम पंचायत हरदी का मामला तत्कालीन सरपंच और सचिव का एक और कारनामा उजागर सामुदायिक भवन बनाने के नाम पर हो गया खेला

 निर्माण कार्य के नाम पर निकल रही राशि निर्माण कार्य हुएं ही नहीं राशि पूरी निकालकर, निर्माण कार्य छोड़ा अधूरा ग्राम पंचायत हरदी का मामला तत्कालीन सरपंच और सचिव का एक और कारनामा उजागर सामुदायिक भवन बनाने के नाम पर हो गया खेला ढीमरखेड़ा। ढीमरखेड़ा जनपद की ग्राम पंचायत हरदी में पिछले कार्यकाल में तत्कालीन सरपंच और सचिव के द्वारा व्यापक पैमाने में आर्थिक अनियमित्ताएं की गई है, जिसका खुलासा धीरे-धीरे उजागर हो रहा है और इनके द्वारा नियमों को ताक पर रखकर शासकीय राशि की होली खेली गई है जिसमें विभागीय अधिकारियों की कृपा भी जमकर बरसी है।उल्लेखनीय है कि पिछले कार्यकाल में ग्राम पंचायत हरदी के आश्रित ग्राम अमकुंही में ग्रामीणों की मांग को दृष्टिगत रखते हुये शासन द्वारा 14 वें वित्त से 10 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गई थी। सूत्रों ने बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री के द्वारा इस संबंध में घोषणा की गई जिसमें शासन स्तर में अलग से 3 लाख रूपये अर्थात कुल 13 लाख रूपये लागत से सामुदायिक भवन का निर्माण किया जाना था जिसमें तत्कालीन सरपंच संध्या मनोज दीक्षित एवं तत्कालीन सचिव राजेश पोर्ते के द्वारा संबंधित मद क

रोजगार सहायक सचिव प्रकाश सेन के हौसले बुलंद, निर्माण कार्य में जमकर की जा रही हैं अनियमितता हर गली में बह रहा गंदा पानी, कचरे के लगे ढ़ेर,ग्रामीण परेशान ढीमरखेड़ा की ग्राम पंचायत बरौदा का मामला,शिकायत के बाद भी जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

  रोजगार सहायक सचिव प्रकाश सेन के हौसले बुलंद, निर्माण कार्य में जमकर की जा रही हैं अनियमितता हर गली में बह रहा गंदा पानी, कचरे के लगे ढ़ेर,ग्रामीण परेशान ढीमरखेड़ा की ग्राम पंचायत बरौदा का मामला,शिकायत के बाद भी जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान ढीमरखेड़ा |   जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बरौदा की हर गली में कचरे का अंबार लगा हुआ है। सार्वजनिक स्थानों पर कचरे के ढ़ेर लगे हैं। नालियों का पानी सड़कों पर बह रहा है। जिससे कि ग्रामीणों में संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बना रहता है। बरौदा के आदिवासी मोहल्ले की बात करे तो यहाँ आधे मोहल्ले में तो नाली ही नहीं बनी है। नालियों और घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़को पर बह रहा है। इसके साथ ही लोगों के घरों के सामने भी जमा हो जाता है। जिससे कि लोंगो को परेशानी होती हैं। पानी निकासी की व्यवस्था ना होने से दिनभर गंदा पानी सड़कों पर बहता रहता है। दो - पहिया वाहन निकलने से लोंगो के ऊपर गंदा पानी उचटता है। ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी सड़क और नाली का सुधार नहीं हो पा रहा है। गांव के ग्रामीणों ने बताया कि गांव सफाई नहीं होती है। गांव क

भटक गया 'राम वन गमन पथ' 16 साल से फाइलों में दबी योजना, चुनाव आते ही याद आ जाते हैं राम

 भटक गया 'राम वन गमन पथ'  16 साल से फाइलों में दबी योजना, चुनाव आते ही याद आ जाते हैं राम ढीमरखेड़ा | मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नवंबर 2007 में भगवान राम के मध्य प्रदेश से गुजरने वाले रास्ते को तय करने के लिए राम वन गमन पथ बनाने का ऐलान किया था। 16 साल से यह योजना फाइलों में अटकी है और जिंदा भी है। राम वन गमन पथ के विकास का ऐलान मध्य प्रदेश सरकार ने लगभग 16 साल पहले किया था। घोषणा के बाद मध्य प्रदेश के तमाम स्थलों को जोड़ने के लिए प्रारूप और न्यास बनाए गए लेकिन उस पर आज तक अमल नहीं हो पाया। मंगलवार को पहली बार प्रदेश की सरकार मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के नेतृत्व में राम वन गमन पथ के विकास को लेकर बैठक कर रही है लेकिन बीते 16 साल में राम वन गमन पथ के नाम पर एक ईंट तक नहीं रखी गई। *16 साल से फाइलों में अटकी है योजना* यह बात और है कि सिद्धा पहाड़ में खनन लीज स्वीकृत होने के बाद जब विरोध शुरू हुआ तो स्थानीय प्रशासन ने भगवान राम की मूर्ति पहाड़ पर लगवा दी। जब-जब चुनाव का मौका आया है राम वन गमन पथ फाइलों से बाहर निकल आता है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत

ग्राम पंचायत टोला में लगा गंदगी का अंबार जिम्मेदार बेखबर

 ग्राम पंचायत टोला में लगा गंदगी का अंबार जिम्मेदार बेखबर ढीमरखेड़ा | जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत टोला में गंदगी का अंबार लगा हुआ हैं। साफ - सफाई के नाम पर फर्जी बिल लगाएं गए हैं जब इस विषय की सूचना ग्रामीणों से ली गई तो बताया गया कि साफ - सफाई के नाम पर फर्जी बिल लगाएं जा रहे हैं लिहाज़ा इन फर्जी बिलों की जांच तलब होनी चाहिए। स्मरण रहे कि गांवों के सर्वांगीण विकास के लिए पंचायती राज का गठन किया गया है, ताकि समस्या को गांव के लोग आपस मे मिलकर सुलझा सके और गांवों की छोटी, मोटी समस्या को पंचायत के सरपंच-सचिव, ग्रामवासी मिलकर दूर कर सकें। इसके लिए ग्राम पंचायत में मूलभूत चौदहवें वित्त व पंचायत को टैक्स वसूली की योजनाओं से पंचायत के खाते में राशि आती है, जिससे पंचायत की आवश्यकता अनुसार खर्च किया जाता है लेकिन ग्राम पंचायत टोला में इस योजना का पैसा विकास के बजाय फर्जी बिल लगाकर किया गया है, जो सरकार व जनता के पैसे को सरपंच, सचिव व संबंधित विभाग में बैठे आला - अफसर की मिलीभगत दर्शाता है। सरपंच-सचिव द्वारा फर्जी भुगतान कर दिया गया। उक्त व्यक्ति की कोई भी दुकान नहीं

आरोपी भाईयों के खिलाफ चालान रोककर कौन सा भाईचारा निभा रही पुलिस माधवनगर पुलिस कर रही साक्ष्यों को प्रभावित और फरियादी के संवैधानिक अधिकारों का हनन

 आरोपी भाईयों के खिलाफ चालान रोककर  कौन सा भाईचारा निभा रही पुलिस माधवनगर पुलिस कर रही साक्ष्यों को प्रभावित और फरियादी के संवैधानिक अधिकारों का हनन कटनी । कातिलाना हमला करवाने की साजिश करने वाले दो  आरोपी भाईयों के साथ माधवनगर पुलिस थाना  इतना गहरा और आत्मीय भाईचारा एक साल से निभा रहा है कि उन दोनों के खिलाफ  कोर्ट में चार्जशीट ही नहीं दाखिल कर रहा है। जबकि  जिला सत्र  न्यायालय ने माधवनगर  पुलिस को पूरक-चार्जशीट दाखिल करने के लिए अनेक पेशियां दी हैं। दरअसल माधवनगर पुलिस दो आरोपियों का पक्ष मजबूत करने की नीयत से न्यायालय एवं संवैधानिक मर्यादाओं का उल्लंघन कर रही है। बात इस हद तक बिगड़ चुकी है कि रिपोर्टकर्ता फरियादी संजय पोहानी ने मुख्यमंत्री पुलिस महानिदेशक से लेकर एसपी कटनी तक को दो बार पत्र लिख दिए हैं कि माधवनगर थानेकी अन्यायप्रियता और आरोपियों के धमकी भरे  व्यवहार से निकट भविष्य में उसकी संदिग्ध मौत हो सकती है, जिसकी जिम्मेदारी माधवनगर के नामजद  टी आई और प्रधान आरक्षक  रहेंगे। शर्म की बात यह कि एसपी श्री रंजन ने भी दो माह से इस गंभीर दोष पर संज्ञान नहीं लिया है और पीडि़त जनता को म

उचित मूल्य दुकान टोला में सेल्समैन सोहन पाण्डेय के द्वारा राशन में की जाती हैं हेरा - फेरी

 उचित मूल्य दुकान टोला में सेल्समैन सोहन पाण्डेय के द्वारा राशन में की जाती हैं हेरा - फेरी उमरियापान | उचित मूल्य दुकान टोला  में काला बाजारी का खेल किया जाता हैं। जो शिकायतकर्ता होता हैं उसको एक कट्टी राशन देकर मना लिया जाता हैं ऐसा सूत्रों के द्वारा बताया गया। लेखा - जोखा में भी जमकर गड़बड़ी की जाती हैं। जिस बालक को राशन बाटने के लिए भेजा जाता हैं उसको बात करने का भी लहजा नही हैं गरीब तबके के लोग राशन लेने आते हैं तो सोहन पाण्डेय का पुत्र रौब झाड़ते हुए नजर आता हैं। स्मरण रहे कि सोहन पाण्डेय के द्वारा राशन तो बाटा ही नही जाता हैं पुत्र राशन बाटने आता हैं तो सोहन पाण्डेय को टोला दुकान की गतिविधियों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसी तारतम्य में सोहन पाण्डेय के द्वारा ना नमक दिया जाता और ना ही शक्कर का वितरण किया जाता हैं। राशन वितरण के उपरांत अंतिम समय में लोग गेहूं को खरीदने आते हैं तो सोहन पाण्डेय के द्वारा राशन को बेच दिया जाता हैं ऐसा सूत्रों के द्वारा बताया गया। *पुत्र के पास बात करने का लहजा नहीं, गरीब तबके के हितग्राही परेशान* जहां पिता को महारथ हासिल हों वहां पुत्र को पद मे

*नाम किसी और का काम बाबू केशव प्रसाद परौहा का* *बिना चढ़ोत्तरी के नहीं होता काम, जनपद ऑफिस ढीमरखेड़ा का मामला* *बाबू केशव प्रसाद परौहा अंगद के पैर की तरह जमे नहीं हों रहा स्थानांतरण*

 *नाम किसी और का काम बाबू केशव प्रसाद परौहा का* *बिना चढ़ोत्तरी के नहीं होता काम, जनपद ऑफिस ढीमरखेड़ा का मामला* *बाबू केशव प्रसाद परौहा अंगद के पैर की तरह जमे नहीं हों रहा स्थानांतरण* उमरियापान ।  लंबे समय से पदस्थ ढीमरखेड़ा जनपद में बाबू केशव प्रसाद परौहा होने के कारण विभाग की गोपनीय बातों को जानकर विभाग के अंदर जमकर मलाई काट रहे हैं ऐसा सूत्रों के द्वारा बताया गया। शासन के नियमानुसार 3 वर्ष से अधिक समय होने के बाद स्थानांतरण का प्रावधान हैं लेकिन ऐसा जान पड़ता हैं जैसे बाबूओं के लिए कोई नियम ही नहीं हैं। एक बार पदस्थ होने के बाद अपनी कुर्सी छोड़ी ही नहीं जाती। स्मरण रहे इनका स्थानांतरण भी नहीं हुआ,स्थानांतरण ना होने का खामियाजा चुनाव आयोग को भुगतना पड़ सकता हैं। विदित हों कि विभागीय कामों में बाबूओं का अहम रोल होता हैं। फाइल भी इन्ही की मेहरबानी से उच्च - अधिकारियों तक पहुंचती हैं और अगर उसमें लक्ष्मी का वजन ना हो तो फाइल भी साहब की मेहरबानी से अधिकारियों तक नहीं पहुंच पाती हैं। अगर इसी तरह का कार्य जनपद मे चलता रहा तो शांत और सीधे - साधे लोग शिकार होते रहेंगे। *जनपद में बिना लक्ष्मी