अरबों की वन भूमि पर खनन कारोबारी की नजर, रची जा रहीं साजिशें आरोप- वन अफसरों की मिलीभगत से खनन कारोबारी सुप्रीम कोर्ट में दायर विशेष अनुमति याचिका वापस लेने की तैयारी में है जिस जमीन का पट्टा अमान्य, उसे पास कराने जी तोड़ मेहनत कर रहे भ्रष्ट अफसर हजारों सागौन के जंगल से भरी अरबों की वनभूमि डकारना चाहता हैं कटनी का खनन कारोबारी आनंद गोयनका तहसील क्षेत्र ढीमरखेड़ा के ग्राम झिन्ना का मामला
अरबों की वन भूमि पर खनन कारोबारी की नजर, रची जा रहीं साजिशें आरोप- वन अफसरों की मिलीभगत से खनन कारोबारी सुप्रीम कोर्ट में दायर विशेष अनुमति याचिका वापस लेने की तैयारी में है जिस जमीन का पट्टा अमान्य, उसे पास कराने जी तोड़ मेहनत कर रहे भ्रष्ट अफसर हजारों सागौन के जंगल से भरी अरबों की वनभूमि डकारना चाहता हैं कटनी का खनन कारोबारी आनंद गोयनका तहसील क्षेत्र ढीमरखेड़ा के ग्राम झिन्ना का मामला ढीमरखेड़ा | मध्यप्रदेश के कटनी जिले के वन क्षेत्र ग्राम झिन्ना, तहसील ढीमरखेड़ा की 48.562 हेक्टेयर भूमि को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। आरोप है कि तकरीबन 120 एकड़ की इस वन भूमि पर कटनी के खनन कारोबारी आनंद गोयनका की नजर है। शायद इसलिए तो वन अफसरों की मिलीभगत से सुप्रीम कोर्ट में दायर विशेष अनुमति याचिका वापस लेने की साजिशें रची जा रही हैं। इस संबंध में एक शिकायत मुख्यमंत्री को की गई थी। जिसकी जांच वन मंडल कटनी द्वारा की गई और जांच रिपोर्ट भोपाल स्थित वन भवन भेज दी गई है। *पहले पूरा मामला समझिए* कटनी के खनन कारोबारी आनंद गोयनका मेसर्स सुखदेव प्रसाद गोयनका को मध्य प्रदेश की तत्कालीन दिग्विजय सरकार के का