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नियमो को ताक में रखकर बन रही विकासखंड कटनी के ग्राम निवार में पीडब्ल्यूडी की सड़क बिजली के तार दे रहे दुर्घटना को आमंत्रित, भारी वाहनो का निकलना भी सड़क को करता हैं क्षतिग्रस्त नवरात्रि का पर्व भी हैं सामने लेकिन सड़क के न बनने से भक्तों को होगी दिक्कत, सड़क को खोदकर बननी चाहिए थी पीडब्ल्यूडी की सड़क लेकिन ठेकेदार की मनमानी चरम पर

 नियमो को ताक में रखकर बन रही विकासखंड कटनी के ग्राम निवार में पीडब्ल्यूडी की सड़क

बिजली के तार दे रहे दुर्घटना को आमंत्रित, भारी वाहनो का निकलना भी सड़क को करता हैं क्षतिग्रस्त

नवरात्रि का पर्व भी हैं सामने लेकिन सड़क के न बनने से भक्तों को होगी दिक्कत, सड़क को खोदकर बननी चाहिए थी पीडब्ल्यूडी की सड़क लेकिन ठेकेदार की मनमानी चरम पर



कटनी |  कटनी तहसील के ग्राम निवार में पीडब्ल्यूडी द्वारा निर्मित की जा रही सड़क को लेकर स्थानीय लोगों के बीच भारी असंतोष और नाराजगी का माहौल है। इस निर्माण में नियमों को ताक पर रखकर काम किया जा रहा है, जिससे न केवल सड़क निर्माण की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है, बल्कि यह सड़क दुर्घटनाओं को भी आमंत्रित कर रही है। स्थानीय निवासियों का मानना है कि ठेकेदार द्वारा किए जा रहे इस कार्य में लापरवाही बरती जा रही है, जिससे सड़क का निर्माण सही ढंग से नहीं हो पा रहा है और इससे लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ग्राम निवार में पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाई जा रही सड़क निर्माण के दौरान नियमों और मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। सड़क निर्माण की प्रक्रिया में जमीन को खोदकर समतल करना और उचित जल निकासी की व्यवस्था करना। इसके बाद ही सड़क को पक्का किया जाता है ताकि सड़क की उम्र लंबी हो और वह टिकाऊ रहे। लेकिन यहां ठेकेदार द्वारा बिना किसी तैयारी के सड़क को सीधा पक्का किया जा रहा है, जिससे भविष्य में सड़क के जल्दी खराब होने की संभावना है।

*लापरवाही से बढ़ रही दुर्घटनाओं की आशंका*

इस सड़क निर्माण में सिर्फ गुणवत्ता की अनदेखी नहीं की जा रही, बल्कि यह भी देखा गया है कि सड़क के किनारे बिजली के तार बहुत नीचे लटके हुए हैं, जो किसी भी समय दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। यह स्थिति विशेष रूप से तब और अधिक चिंताजनक हो जाती है जब भारी वाहनों का आना-जाना इस सड़क से होता है। ऐसे में ये बिजली के तार कभी भी वाहनों के संपर्क में आ सकते हैं और इससे एक बड़ी दुर्घटना हो सकती है। ग्रामवासियों का कहना है कि कई बार इन लटकते बिजली के तारों को लेकर संबंधित विभागों को सूचित किया गया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। यह स्थिति न केवल सड़क निर्माण की अनियमितता को दर्शाती है, बल्कि प्रशासनिक उदासीनता को भी उजागर करती है।

*भारी वाहनों के दिनभर आवागमन से सड़क हों जाती हैं क्षतिग्रस्त*

नियमों के अनुसार, सड़क निर्माण के दौरान यह ध्यान रखा जाता है कि सड़क पर भारी वाहनों का आवागमन नियंत्रित हो, ताकि निर्माणाधीन सड़क की गुणवत्ता पर कोई असर न पड़े। लेकिन ग्राम निवार में पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाई जा रही सड़क पर भारी वाहनों का अनियंत्रित आवागमन हो रहा है, जिससे नई बनी सड़क को नुकसान पहुंच रहा है। यह भारी वाहन सड़क को कमजोर कर रहे हैं, और इससे सड़क के जल्द खराब होने की संभावना बढ़ जाती है। ठेकेदार की इस अनदेखी और मनमानी से सड़क के दीर्घकालिक उपयोग पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है। स्थानीय निवासी इस बात से भी नाराज हैं कि ठेकेदार और पीडब्ल्यूडी अधिकारी इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। उनका मानना है कि अगर यही स्थिति रही, तो कुछ ही समय में सड़क पूरी तरह से टूट जाएगी और इसका पुनर्निर्माण करना पड़ेगा। इससे न केवल आर्थिक नुकसान होगा, बल्कि लोगों को असुविधा का भी सामना करना पड़ेगा।

*नवरात्रि का पर्व नजदीक सड़क बनी भक्तों की समस्या*

नवरात्रि का पर्व समीप है, और इस दौरान भक्त बड़ी संख्या में माता के दर्शन के लिए यात्रा करते हैं। ग्राम निवार में भी नवरात्रि के दौरान भक्तों का आवागमन बढ़ जाता है। इस सड़क का निर्माण कार्य अधूरा होने और सड़क की खराब स्थिति के कारण भक्तों को इस बार यात्रा करने में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल नवरात्रि के समय इस सड़क से हजारों भक्त गुजरते हैं, लेकिन इस बार सड़क के अधूरे निर्माण और निर्माण की खराब गुणवत्ता के कारण भक्तों को आने-जाने में परेशानी हो सकती है। भक्तों के वाहन खराब सड़क के कारण फंस सकते हैं, जिससे उन्हें समय पर मंदिर तक पहुंचने में भी कठिनाई होगी। इसके अलावा, खराब सड़क के कारण दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ जाती है, जो भक्तों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकती है।

*ठेकेदार की मनमानी और प्रशासन की उदासीनता*

ग्राम निवार में सड़क निर्माण को लेकर ठेकेदार की मनमानी पर स्थानीय निवासियों ने कड़ा रोष व्यक्त किया है। उनका आरोप है कि ठेकेदार ने सड़क निर्माण के नियमों और मानकों का पालन नहीं किया है और प्रशासन भी इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। ठेकेदार की लापरवाही के कारण सड़क की गुणवत्ता पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है और भविष्य में इसके टूटने की संभावना बढ़ गई है। स्थानीय लोगों ने कई बार प्रशासन और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया है, लेकिन अब तक किसी ने भी ठेकेदार के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया है। इससे यह प्रतीत होता है कि ठेकेदार को प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण वह बिना किसी डर के अपनी मनमानी कर रहा है। ग्रामवासियों का कहना है कि यदि इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे मजबूर होकर सड़क निर्माण कार्य के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। उनका यह भी कहना है कि अगर ठेकेदार को समय रहते नहीं रोका गया, तो यह सड़क जल्दी ही टूट जाएगी और इसका पुनर्निर्माण करने में बड़ी धनराशि की आवश्यकता पड़ेगी।

*नियमों को ताक में रखकर हों रहा  भ्रष्टाचार* 

इस सड़क निर्माण के दौरान प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार की बू भी आ रही है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि ठेकेदार और कुछ पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के बीच मिलीभगत है, जिसके कारण सड़क निर्माण की गुणवत्ता की अनदेखी की जा रही है। सड़क निर्माण के लिए आवंटित धनराशि का भी सही तरीके से उपयोग नहीं किया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा सस्ते और निम्न गुणवत्ता वाले सामग्रियों का उपयोग किया जा रहा है, जिससे सड़क की दीर्घकालिक टिकाऊपन पर सवाल खड़ा हो रहा है। अगर समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह सड़क बहुत जल्द खराब हो जाएगी और इसके पुनर्निर्माण के लिए फिर से धनराशि की आवश्यकता पड़ेगी, जो कि जनता के धन का दुरुपयोग होगा।

*सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर खड़े हों रहे सवाल*

 जाँच में सबसे पहले, यह आवश्यक है कि पीडब्ल्यूडी और संबंधित विभागों द्वारा सड़क निर्माण की गुणवत्ता की जाँच की जाए और ठेकेदार को नियमों का पालन करने के लिए बाध्य किया जाए। बिजली विभाग को तुरंत इस क्षेत्र में लटकते हुए बिजली के तारों की मरम्मत करनी चाहिए ताकि दुर्घटनाओं की संभावना को कम किया जा सके। सड़क निर्माण के दौरान भारी वाहनों का आवागमन नियंत्रित किया जाना चाहिए ताकि नई बनी सड़क पर कोई नुकसान न हो और इसका दीर्घकालिक उपयोग सुनिश्चित हो सके। ठेकेदार की लापरवाही और अनियमितताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। यदि ठेकेदार ने नियमों का उल्लंघन किया है, तो उसे कड़ी सजा दी जानी चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएँ न हों।

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