सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

सेंटर पॉइंट करौंदी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड मड़ेरा कृषक उत्पादक संगठन के द्वारा किसानों को बाजार से कम मूल्य पर धान के हाइब्रिड बीज उपलब्ध कराए गए

 सेंटर पॉइंट करौंदी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड मड़ेरा कृषक उत्पादक संगठन के द्वारा किसानों को बाजार से कम मूल्य पर धान के हाइब्रिड बीज उपलब्ध कराए गए



ढीमरखेड़ा | सेंटर पॉइंट करौंदी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, मडेरा (कृषक उत्पादक संगठन) ने किसानों के हित में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय को दोगुनी करना और उनकी खेती की लागत को कम करना है। इस दिशा में, कृषक उत्पादक संगठन ने किसानों को बाजार से कम मूल्य पर धान के हाइब्रिड बीज उपलब्ध कराए हैं, जिससे उनकी खेती अधिक उत्पादक और लाभकारी बन सके।इसके अलावा, कृषक उत्पादक संगठन ने शासकीय दर पर रासायनिक उर्वरक का वितरण भी किया है, जो किसानों के लिए अत्यधिक लाभकारी साबित हुआ है। रासायनिक उर्वरकों की समय पर उपलब्धता से किसानों की फसलों की उपज और गुणवत्ता में सुधार हुआ है। संगठन का यह प्रयास किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने और उन्हें कृषि कार्यों में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कृषक उत्पादक संगठन द्वारा अब किसानों को बाजार से कम दाम पर कीटनाशक दवा भी प्रदान की जा रही है। यह किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा है, क्योंकि कीटनाशक दवाओं की बढ़ती कीमतों के कारण छोटे किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। अब उन्हें उचित मूल्य पर कीटनाशक उपलब्ध होने से उनकी फसलों को कीटों से बचाना आसान हो गया है।संगठन का एक और महत्वपूर्ण कार्य यह है कि उन्होंने शासन की योजना के तहत कुछ किसानों को 90 प्रतिशत सब्सिडी पर पाइप उपलब्ध कराए हैं। यह कदम किसानों को सिंचाई में सहायता प्रदान करने और जल संसाधनों के समुचित उपयोग को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। इस सब्सिडी से किसानों की सिंचाई लागत में कमी आई है, जिससे उनकी कृषि उपज में वृद्धि हुई है। कृषक उत्पादक संगठन का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय दोगुनी करना और उनकी लागत को आधा करना है। यह संगठन किसानों के लिए एक मील का पत्थर साबित हो रहा है, क्योंकि यह उन्हें विभिन्न सुविधाओं और संसाधनों के साथ जोड़ रहा है। किसानों की आवश्यकताओं को पूरा करने और उन्हें बाजार में सही मूल्य दिलाने के लिए संगठन ने कई ग्रामों में कैंपिंग की है। बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के अध्यक्ष बद्री प्रसाद दुबे के नेतृत्व में, हर ग्राम में कैंपिंग चलाया जा रहा है, ताकि कृषक जागरूक हो सकें और संगठन के साथ जुड़ सकें। उनका उद्देश्य है कि किसानों को उनके उत्पादन का सही मूल्य मिले और वे अपने कृषि कार्यों में सफल हो सकें। कृषक उत्पादक संगठन के सचिव जितेंद्र सोनी जी भी इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। वे किसानों को संगठन से जोड़ने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उनके प्रयासों को उनकी टीम का भी पूरा सहयोग मिल रहा है, जिससे संगठन के उद्देश्यों को प्राप्त करने में सहायता मिल रही है। उनकी टीम के सदस्य किसानों के बीच जाकर उन्हें संगठन की योजनाओं और सुविधाओं के बारे में जागरूक कर रहे हैं, जिससे अधिक से अधिक किसान संगठन से जुड़ सकें। कृषक उत्पादक संगठन किसानों के लिए एक मील का पत्थर साबित हो रहा है। यह संगठन न केवल किसानों की आय बढ़ाने में सहायक हो रहा है, बल्कि उनकी लागत को भी कम कर रहा है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है और वे अपने परिवार की बेहतर देखभाल कर पा रहे हैं। इस संगठन के माध्यम से किसानों को न केवल बीज और उर्वरक मिल रहे हैं, बल्कि कीटनाशक, सिंचाई के साधन और बाजार में उनके उत्पादन का सही मूल्य भी मिल रहा है। इस प्रकार, सेंटर पॉइंट करौंदी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, मडेरा, किसानों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है। कुल मिलाकर, यह संगठन किसानों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है, जो उनकी जरूरतों को पूरा करने और उनकी कृषि उपज को अधिक लाभकारी बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। किसानों के जीवन में यह संगठन एक महत्वपूर्ण बदलाव ला रहा है, जिससे उनकी आय में वृद्धि और उनकी लागत में कमी हो रही है।

टिप्पणियाँ

  1. आपके द्वारा एक अच्छा प्रयास किया जा रहा हैं और मैं शासन से भी उम्मीद करता हु की आपका पूरा पूरा साथ दे। जिससे आप एक अच्छी कंपनी विकसित कर सकें।

    जवाब देंहटाएं

एक टिप्पणी भेजें

popular post

खुशियों की दास्तां, घूंघट से बाहर निकल आजीविका संवर्धन गतिविधि से लखपति दीदी बनीं प्रेमवती

 खुशियों की दास्तां, घूंघट से बाहर निकल आजीविका संवर्धन गतिविधि से लखपति दीदी बनीं प्रेमवती ढीमरखेड़ा |  कभी घर की चहार दीवारी में कैद रहकर घूंघट में रहने वाली विकासखण्ड कटनी के ग्राम पंचायत कैलवारा की श्रीमती प्रेमवती पटेल ने  स्व-सहायता समूह से जुड़कर आर्थिक स्वावलंबन की मिसाल बन गई हैं।। स्व-सहायता समूह की आजीविका संवर्धन गतिविधि के माध्यम से दुकान की विस्तारित स्वरूप देकर और कृषि कार्य में आधुनिक तकनीक की मदद से प्रेमवती अब हर माह 22 हजार रूपये  की आय अर्जित कर लखपति दीदी बन गई हैं। प्रेमवती पटेल बताती है कि समूह से जुड़ने के पहले उनकी मासिक आमदनी हर माह करीब 8 हजार रूपये ही थी। परिवार चलाना भी मुश्किल हो पा रहा था, बच्चों  की देख-रेख में भी कठिनाई हो रही थी और पति कि छोटी दुकान थी, जो बहुत ज्यादा चलती भी नहीं थी। ऐसे में स्व -सहायता समूह से जुड़ने के बाद उनके लिए तरक्की  के द्वार खुल गए ।प्रेमवती ने 10 महिलाओं के साथ मिलकर संकट मोचन स्व-सहायता समूह गठित किया और वे स्वयं इस समूह की अध्यक्ष चुनीं गईं। उन्होंने इस समूह से जुड़कर  कृषि कार्य में उन्नत बीज...

जिला पंचायत उपाध्यक्ष की शिकायतों के बाद डीईओ पृथ्वी पाल सिंह पर गिरी गाज, कटनी से हटाए गए, स्कूल शिक्षा विभाग ने जबलपुर किया तबादला, विवादों में घिरी रही कार्यशैली

 जिला पंचायत उपाध्यक्ष की शिकायतों के बाद डीईओ पृथ्वी पाल सिंह पर गिरी गाज, कटनी से हटाए गए, स्कूल शिक्षा विभाग ने जबलपुर किया तबादला, विवादों में घिरी रही कार्यशैली ढीमरखेड़ा ।  कटनी जिले में पदस्थापना के बाद से ही लगातार विवादों में रहने वाले प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वीपाल सिंह को आखिरकार राज्य सरकार ने हटा दिया है। उन्हें जबलपुर जिले में कार्यालय संयुक्त के पद पर पदस्थ किया गया है। हालांकि अभी तक उनके स्थान पर कटनी में किसी भी जिला शिक्षा अधिकारी की पोस्टिंग नहीं की गई है। ऐसा माना जा रहा है कि आज शाम या कल तक नए जिला शिक्षा अधिकारी की पद स्थापना कर दी जाएगी। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वी पाल सिंह कटनी जिले में अपना 3 साल का निर्धारित समय भी पूरा कर चुके थे, लेकिन ऊपर तक पहुंच होने के कारण उन्हें हटाया नहीं जा रहा था। कटनी में पिछले 3 साल के दौरान शिक्षा विभाग में हुई अनियमितताओं की शिकायत जबलपुर से लेकर राजधानी तक पहुंची थी। जिला पंचायत कटनी के उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा ने भी वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत राज्य सरकार से की थी। स्थानीय स्तर पर...

समर्थन मूल्य पर मूंग व उड़द उपार्जन हेतु किसानों का पंजीयन 19 से, खरीदी 6 जुलाई से होगी शुरू

 समर्थन मूल्य पर मूंग व उड़द उपार्जन हेतु किसानों का पंजीयन 19 से, खरीदी 6 जुलाई से होगी शुरू कटनी । राज्य शासन द्वारा किसानों के हित में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग और उड़द के उपार्जन का निर्णय लिया गया है। प्रदेश के 36 मूंग उत्पादक जिलों में 8682 रुपए प्रति क्विंटल की दर से मूंग और 13 उड़द उत्पादक जिलों में 7400 रुपए प्रति क्विंटल की दर से उड़द उपार्जित की जाएगी। कृषक 19 जून से 6 जुलाई तक पंजीयन करा सकेंगे, इसके बाद 7 जुलाई से 6 अगस्त तक उपार्जन किया जाएगा।