सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

दिवंगत अतिथि शिक्षक सुरेश पटैल को शिक्षकों ने दी आर्थिक सहायता

 दिवंगत अतिथि शिक्षक सुरेश पटैल को शिक्षकों ने दी आर्थिक सहायता 



ढीमरखेड़ा | अगर किसी परिवार का मुखिया या सारे परिवार का पालन - हार अगर खत्म हों जाए तो मानों सारा परिवार एक अनाथ की भांति हों जाता हैं। ग्राम हरदी (उमरियापान) निवासी नमई राम पटैल का वह कमाऊ  सपूत जो बचपन से ही पढ़ाई लिखाई मे दक्ष था,जिसके मन मे देश समाज के लिए कुछ करने का जज्बा था जुनून था,किन्तु कहते है ना होता वही है जो ईश्वर को मंजूर होता हैं। दिवंगत सुरेश पटैल आर्थिक तंगी के बावजूद नियमित बीएससी की परीक्षा अच्छे अंको से उत्तीर्ण की और नौकरी की तलाश मे जुट गया असफल होने पर बिना झिझक संकोच के सुरेश ने सब्जी का व्यापार शुरु किया । किन्तु शैक्षणिक कार्यो के शौक़ीन सुरेश ने शिक्षा को सर्वोपरी मानते हुए शासकीय माध्यमिक शाला बरेली से अतिथि शिक्षक के रूप मे कार्य करने की शुरुआत की,वर्तमान मे वो शास.माध्यमिक शाला करौदी मे अपनी सेवाएं दे रहे थे। विगत दिनों सुरेश पटैल अपनी रिश्तेदारी से वापिस घर आते वक्त ट्रक की चपेट मे आ गये जिसके कारण घटना स्थल पर ही उनकी मौत हो गई।श्री पटैल की मौत की खबर सुनते ही समस्त शिक्षक समाज मे शोक छा गया। स्व.पटैल अपने पीछे वृद्ध माता पिता पत्नी सहित दो छोटे- छोटे बच्चे छोड़ गये। परिवार पर आये वज्रपात पर शिक्षकों ने दुख व्यक्त करते हुए स्व. पटैल के बैक खाते मे पचास हजार एवं आजाद अतिथि शिक्षक संघ ने पैतालिस हजार की राशि नगद शोकाकुल परिवार को भेट कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।शिक्षक सूर्यकान्त त्रिपाठी,जे. पी. हल्दकार,जितेंद्र तिवारी,अजय पाण्डेय,राजीव शुक्ला,पीतांबर शुक्ला भूप - लाल पटैल,विनोद पाण्डेय,रविंद्र सिंह ठाकुर अर्चना झारिया,आशीष चौरसिया,अशोक पटैल,अवधेश पटैल,सी. एल. यादव सहित आजाद अतिथि शिक्षक संघ के मोती सिंह,अश्वनी त्रिपाठी,शाकिर खान,रणवीर सिंह,पंकज तिवारी,रीलेश मिश्रा,कीरत अहिरवार सहित अन्य शिक्षकों ने भगवान से  दिवंगत आत्मा को शांति एवं पटैल परिवार पर आये गहन दुख को सहने की शक्ति प्रदान करने की कामना करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।

टिप्पणियाँ

popular post

खुशियों की दास्तां, घूंघट से बाहर निकल आजीविका संवर्धन गतिविधि से लखपति दीदी बनीं प्रेमवती

 खुशियों की दास्तां, घूंघट से बाहर निकल आजीविका संवर्धन गतिविधि से लखपति दीदी बनीं प्रेमवती ढीमरखेड़ा |  कभी घर की चहार दीवारी में कैद रहकर घूंघट में रहने वाली विकासखण्ड कटनी के ग्राम पंचायत कैलवारा की श्रीमती प्रेमवती पटेल ने  स्व-सहायता समूह से जुड़कर आर्थिक स्वावलंबन की मिसाल बन गई हैं।। स्व-सहायता समूह की आजीविका संवर्धन गतिविधि के माध्यम से दुकान की विस्तारित स्वरूप देकर और कृषि कार्य में आधुनिक तकनीक की मदद से प्रेमवती अब हर माह 22 हजार रूपये  की आय अर्जित कर लखपति दीदी बन गई हैं। प्रेमवती पटेल बताती है कि समूह से जुड़ने के पहले उनकी मासिक आमदनी हर माह करीब 8 हजार रूपये ही थी। परिवार चलाना भी मुश्किल हो पा रहा था, बच्चों  की देख-रेख में भी कठिनाई हो रही थी और पति कि छोटी दुकान थी, जो बहुत ज्यादा चलती भी नहीं थी। ऐसे में स्व -सहायता समूह से जुड़ने के बाद उनके लिए तरक्की  के द्वार खुल गए ।प्रेमवती ने 10 महिलाओं के साथ मिलकर संकट मोचन स्व-सहायता समूह गठित किया और वे स्वयं इस समूह की अध्यक्ष चुनीं गईं। उन्होंने इस समूह से जुड़कर  कृषि कार्य में उन्नत बीज...

जिला पंचायत उपाध्यक्ष की शिकायतों के बाद डीईओ पृथ्वी पाल सिंह पर गिरी गाज, कटनी से हटाए गए, स्कूल शिक्षा विभाग ने जबलपुर किया तबादला, विवादों में घिरी रही कार्यशैली

 जिला पंचायत उपाध्यक्ष की शिकायतों के बाद डीईओ पृथ्वी पाल सिंह पर गिरी गाज, कटनी से हटाए गए, स्कूल शिक्षा विभाग ने जबलपुर किया तबादला, विवादों में घिरी रही कार्यशैली ढीमरखेड़ा ।  कटनी जिले में पदस्थापना के बाद से ही लगातार विवादों में रहने वाले प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वीपाल सिंह को आखिरकार राज्य सरकार ने हटा दिया है। उन्हें जबलपुर जिले में कार्यालय संयुक्त के पद पर पदस्थ किया गया है। हालांकि अभी तक उनके स्थान पर कटनी में किसी भी जिला शिक्षा अधिकारी की पोस्टिंग नहीं की गई है। ऐसा माना जा रहा है कि आज शाम या कल तक नए जिला शिक्षा अधिकारी की पद स्थापना कर दी जाएगी। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वी पाल सिंह कटनी जिले में अपना 3 साल का निर्धारित समय भी पूरा कर चुके थे, लेकिन ऊपर तक पहुंच होने के कारण उन्हें हटाया नहीं जा रहा था। कटनी में पिछले 3 साल के दौरान शिक्षा विभाग में हुई अनियमितताओं की शिकायत जबलपुर से लेकर राजधानी तक पहुंची थी। जिला पंचायत कटनी के उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा ने भी वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत राज्य सरकार से की थी। स्थानीय स्तर पर...

समर्थन मूल्य पर मूंग व उड़द उपार्जन हेतु किसानों का पंजीयन 19 से, खरीदी 6 जुलाई से होगी शुरू

 समर्थन मूल्य पर मूंग व उड़द उपार्जन हेतु किसानों का पंजीयन 19 से, खरीदी 6 जुलाई से होगी शुरू कटनी । राज्य शासन द्वारा किसानों के हित में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग और उड़द के उपार्जन का निर्णय लिया गया है। प्रदेश के 36 मूंग उत्पादक जिलों में 8682 रुपए प्रति क्विंटल की दर से मूंग और 13 उड़द उत्पादक जिलों में 7400 रुपए प्रति क्विंटल की दर से उड़द उपार्जित की जाएगी। कृषक 19 जून से 6 जुलाई तक पंजीयन करा सकेंगे, इसके बाद 7 जुलाई से 6 अगस्त तक उपार्जन किया जाएगा।