सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

हिमांशु मिश्रा ने किया त्रिपाठी परिवार का नाम रोशन, बधाई देने वालों का लगा रहा तांता

 हिमांशु मिश्रा ने किया त्रिपाठी परिवार का नाम रोशन, बधाई देने वालों का लगा रहा तांता



ढीमरखेड़ा | वक्त को भी बदल कर लाएंगे, मेहनत इतनी करेगे कि एक दिन कामयाबी को अपने कदमों में पाएंगे शीर्षक पढ़कर दंग मत होना यह कहानी है हिमांशु मिश्रा की। जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के रोज़गार सहायक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष अजय त्रिपाठी के भांजे हिमांशु मिश्रा का चयन भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) में हुआ हैं। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) पद पर चयनित होने पर क्षेत्र सहित त्रिपाठी परिवार अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा है। बहरहाल हिमांशु मिश्रा बचपन से ही पढ़ाई मे अव्वल रहे हैं। लिहाजा हिमांशु मिश्रा अनेकों परीक्षा में उत्तीर्ण हों रहे हैं नौकरी के लिए लगातार तांता लगा हुआ हैं। हिमांशु मिश्रा को त्रिपाठी परिवार ने शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।

मेहनत का कोई विकल्प नहीं

अगर शिक्षक बच्चों को मेहनत का पाठ शिक्षा के मंदिर स्कूल में पढ़ाते हैं तो वहीं बच्चे एक दिन माता - पिता गुरु और क्षेत्र का नाम रोशन करते हैं। शिक्षा ही वो माध्यम हैं जिसके द्वारा समाज और क्षेत्र में बदलाव लाया जा सकता हैं। कई बार ऐसा होता हैं माता - पिता बच्चों के ऊपर दबाव बनाते हैं कि ये कोर्स कर लो लिहाजा ऐसा नहीं करना चाहिए बच्चों की जो रुचि हैं वो करने देना चाहिए। रूचि सीखने - सिखाने की प्रक्रिया को संचालित करने वाली केन्द्रीय शक्ति है । हमारे सभी प्रयत्नों का लक्ष्य विद्यार्थियों में सीखने की रूचि को विकसित करना होता है । रूचि बच्चों को केवल सीखने में ही सहायता प्रदान नहीं करती बल्कि उनके दृष्टिकोणों , उनकी प्रवृत्तियों तथा अन्य व्यक्तित्व सम्बन्धी विशेषताओं के निर्माण में भी सहायक होती है।

टिप्पणियाँ

popular post

झाड़ियों में मिला नवजात शिशु, रंडीबाजी की चुप्पी और नवजात की चीख

 झाड़ियों में मिला नवजात शिशु, रंडीबाजी की चुप्पी और नवजात की चीख ढीमरखेड़ा |  मध्यप्रदेश के कटनी जिले के ढीमरखेड़ा जनपद की ग्राम पंचायत भटगवां के आश्रित ग्राम भसेड़ा में एक हृदयविदारक घटना सामने आई। गांव के बाहरी हिस्से में स्थित घनी झाड़ियों में एक नवजात शिशु लावारिस अवस्था में पड़ा मिला। उसकी किलकारियों ने वहां से गुजर रहे ग्रामीणों का ध्यान खींचा और जल्द ही यह खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। आनन-फानन में सरपंच अशोक दाहिया ने अपनी सक्रियता दिखाई और नवजात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उमरियापान पहुंचाया, जहां उसका इलाज जारी है।यह घटना केवल एक बच्चे के मिलने भर की नहीं है; यह उस सामाजिक विडंबना की ओर इशारा करती है जहां अनैतिक संबंधों, देह व्यापार और सामाजिक डर के कारण नवजातों को उनके भाग्य के भरोसे छोड़ दिया जाता है। ग्राम भसेड़ा में सुबह के समय कुछ ग्रामीण लकड़ी बीनने निकले थे। तभी उन्हें झाड़ियों से किसी नवजात की रोने की आवाज सुनाई दी। पहले तो उन्हें भ्रम हुआ, पर जब वे पास पहुंचे तो वहां एक नवजात शिशु खून और माटी से सना हुआ पड़ा मिला। उसे देखकर सबके रोंगटे खड़े हो गए...

उमरियापान पुलिस की शानदार कार्यवाही, चोरी के 72 घंटे के भीतर आरोपी गिरफ्तार, लाखों के जेवरात व नगदी बरामद

 उमरियापान पुलिस की शानदार कार्यवाही, चोरी के 72 घंटे के भीतर आरोपी गिरफ्तार, लाखों के जेवरात व नगदी बरामद ढीमरखेड़ा |  उमरियापान थाना क्षेत्र के ग्राम महनेर में 22 अप्रैल को घटित चोरी की घटना ने न केवल पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी, बल्कि पुलिस के सामने भी एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी थी। चोरी की यह वारदात एक बुजुर्ग व्यक्ति के घर में हुई थी, जहां से लाखों रुपये मूल्य के सोने-चांदी के जेवरात और नगदी चोरी कर ली गई थी। किंतु उमरियापान पुलिस ने महज 72 घंटे के भीतर इस गंभीर मामले का खुलासा कर यह साबित कर दिया कि यदि नीयत और निगरानी सशक्त हो तो कोई भी अपराधी कानून के लंबे हाथों से बच नहीं सकता।  *बुजुर्ग के घर से लाखों की चोरी* 22 अप्रैल की रात ग्राम महनेर निवासी हरभजन काछी पिता राम गोपाल काछी, उम्र 70 वर्ष, जब अपने किसी पारिवारिक कार्य में व्यस्त थे, तभी उनके घर का ताला तोड़कर अज्ञात चोर ने कमरे में घुसकर घर में रखे बहुमूल्य सामान पर हाथ साफ कर दिया। हरभजन काछी द्वारा दर्ज की गई रिपोर्ट में उल्लेख किया गया कि चोर ने घर से सोने की पंचाली, पेंडल, अंगूठी, झुमकी, सोने की चेन, द...

कंपनी को हड़पने की महेन्द्र गोयनका की साजिश हुई नाकाम कटनी के विधायक संजय पाठक के पूर्व कर्मचारी गोयनका ने रची थी साजिश,कंपनी के 3 डायरेक्टरों की गिरफ्तारी को रोकने आईजी के पत्र पर हाईकोर्ट ने जताई हैरानी, कंपनी के डायरेक्टरों की अपील खारिज कर हाईकोर्ट ने कहा आईजी सिर्फ विवेचना अधिकारी बदल सकते हैं, गिरफ्तारी नहीं रोक सकते अब गिरफ्तार हो सकेंगे यूरो प्रतीक इस्पात कंपनी के तीनों फरार डायरेक्टर

 कंपनी को हड़पने की महेन्द्र गोयनका की साजिश हुई नाकाम कटनी के विधायक संजय पाठक के पूर्व कर्मचारी गोयनका ने रची थी साजिश,कंपनी के 3 डायरेक्टरों की गिरफ्तारी को रोकने आईजी के पत्र पर हाईकोर्ट ने जताई हैरानी, कंपनी के डायरेक्टरों की अपील खारिज कर हाईकोर्ट ने कहा  आईजी सिर्फ विवेचना अधिकारी बदल सकते हैं, गिरफ्तारी नहीं रोक सकते अब गिरफ्तार हो सकेंगे यूरो प्रतीक इस्पात कंपनी के तीनों फरार डायरेक्टर जबलपुर । कटनी की एक इस्पात कंपनी को हड़पने के संबंध में महेन्द्र गोयनका की साजिश नाकाम हो गई है। कटनी के भाजपा विधायक संजय पाठक के पूर्व कर्मचारी गोयनका ने कंपनी हड़पने का यह पूरा ताना बाना रचा था इस साजिश में शामिल कंपनी के 4 डायरेक्टरों की अपील हाईकोर्ट से खारिज हो गई है।  मामले में आईजी की भूमिका पर सवाल उठने के बाद मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत और न्यायाधीश विवेक जैन की युगलपीठ ने अपने विस्तृत फैसले में कहा है कि आईजी वरिष्ठ अधिकारी होने के नाते किसी भी मामले का विवेचना अधिकारी तो बदल सकते हैं, लेकिन अग्रिम जमानत खारिज होने के बाद वे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं रोक सकते। इसके सा...