सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

यह जनाब शराब की दुकान में क्या कर रहे हैं जिला पंचायत कटनी के अध्यक्ष पति द्वारा शासकीय वाहन का किया जा रहा दुरुपयोग

 यह जनाब शराब की दुकान में क्या कर रहे हैं 

जिला पंचायत कटनी के अध्यक्ष पति द्वारा शासकीय वाहन का किया जा रहा दुरुपयोग

बहोरीबंद । मध्य प्रदेश सरकार द्वारा हर जिले के जिला पंचायत अध्यक्ष को शासकीय कार्यों में देखरेख एवं निरीक्षण के लिए शासकीय वाहन दिया गया है जिसका उपयोग जिला पंचायत अध्यक्ष को करना है एवं नारी सशक्तिकरण के तहत महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए सतत प्रयास किए गए हैं किंतु यहां कटनी जिले की स्थिति कुछ भिन्न है जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष सुनीता मेहरा के पति रमेश मेहरा शराब दुकान मे अपने करीबियों के साथ जाम छलकते नजर आ रहे हैं भला जिला पंचायत अध्यक्ष के शासकीय वाहन का शराब की दुकान में क्या कार्य है रमेश मेहरा को शासन की गतिविधियों से कोई लेना देना नहीं है इनके द्वारा जगह-जगह दबाव बनाकर अपना शौक पूरा किया जाता है वह भी शासकीय वाहन का दुरुपयोग  किया जा रहा है पंचायत के अधिकारी कर्मचारी एवं पंचायत सरपंचों के द्वारा दबी आवाज में उनके विषय में दबाव बनाकर किए जा रहे कार्यों का बखान किया जाता है किंतु रुतबा होने के कारण कोई भी सामने आने को तैयार नहीं है रमेश मेहरा शराब की दुकान से  ड्राइवर से शराब मांगते हुए एवं जिला पंचायत अध्यक्ष की गाड़ी शराब दुकान के सामने खड़ी हुई का वीडियो स्पष्ट करता है कि सरकारी वाहन का दुरुपयोग हो रहा है क्योंकि जिला पंचायत अध्यक्ष के पति हैं इसलिए इन पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही संभावित नहीं है।

पारस गुप्ता की रिपोर्ट

टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

popular post

खुशियों की दास्तां, घूंघट से बाहर निकल आजीविका संवर्धन गतिविधि से लखपति दीदी बनीं प्रेमवती

 खुशियों की दास्तां, घूंघट से बाहर निकल आजीविका संवर्धन गतिविधि से लखपति दीदी बनीं प्रेमवती ढीमरखेड़ा |  कभी घर की चहार दीवारी में कैद रहकर घूंघट में रहने वाली विकासखण्ड कटनी के ग्राम पंचायत कैलवारा की श्रीमती प्रेमवती पटेल ने  स्व-सहायता समूह से जुड़कर आर्थिक स्वावलंबन की मिसाल बन गई हैं।। स्व-सहायता समूह की आजीविका संवर्धन गतिविधि के माध्यम से दुकान की विस्तारित स्वरूप देकर और कृषि कार्य में आधुनिक तकनीक की मदद से प्रेमवती अब हर माह 22 हजार रूपये  की आय अर्जित कर लखपति दीदी बन गई हैं। प्रेमवती पटेल बताती है कि समूह से जुड़ने के पहले उनकी मासिक आमदनी हर माह करीब 8 हजार रूपये ही थी। परिवार चलाना भी मुश्किल हो पा रहा था, बच्चों  की देख-रेख में भी कठिनाई हो रही थी और पति कि छोटी दुकान थी, जो बहुत ज्यादा चलती भी नहीं थी। ऐसे में स्व -सहायता समूह से जुड़ने के बाद उनके लिए तरक्की  के द्वार खुल गए ।प्रेमवती ने 10 महिलाओं के साथ मिलकर संकट मोचन स्व-सहायता समूह गठित किया और वे स्वयं इस समूह की अध्यक्ष चुनीं गईं। उन्होंने इस समूह से जुड़कर  कृषि कार्य में उन्नत बीज...

जिला पंचायत उपाध्यक्ष की शिकायतों के बाद डीईओ पृथ्वी पाल सिंह पर गिरी गाज, कटनी से हटाए गए, स्कूल शिक्षा विभाग ने जबलपुर किया तबादला, विवादों में घिरी रही कार्यशैली

 जिला पंचायत उपाध्यक्ष की शिकायतों के बाद डीईओ पृथ्वी पाल सिंह पर गिरी गाज, कटनी से हटाए गए, स्कूल शिक्षा विभाग ने जबलपुर किया तबादला, विवादों में घिरी रही कार्यशैली ढीमरखेड़ा ।  कटनी जिले में पदस्थापना के बाद से ही लगातार विवादों में रहने वाले प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वीपाल सिंह को आखिरकार राज्य सरकार ने हटा दिया है। उन्हें जबलपुर जिले में कार्यालय संयुक्त के पद पर पदस्थ किया गया है। हालांकि अभी तक उनके स्थान पर कटनी में किसी भी जिला शिक्षा अधिकारी की पोस्टिंग नहीं की गई है। ऐसा माना जा रहा है कि आज शाम या कल तक नए जिला शिक्षा अधिकारी की पद स्थापना कर दी जाएगी। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वी पाल सिंह कटनी जिले में अपना 3 साल का निर्धारित समय भी पूरा कर चुके थे, लेकिन ऊपर तक पहुंच होने के कारण उन्हें हटाया नहीं जा रहा था। कटनी में पिछले 3 साल के दौरान शिक्षा विभाग में हुई अनियमितताओं की शिकायत जबलपुर से लेकर राजधानी तक पहुंची थी। जिला पंचायत कटनी के उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा ने भी वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत राज्य सरकार से की थी। स्थानीय स्तर पर...

समर्थन मूल्य पर मूंग व उड़द उपार्जन हेतु किसानों का पंजीयन 19 से, खरीदी 6 जुलाई से होगी शुरू

 समर्थन मूल्य पर मूंग व उड़द उपार्जन हेतु किसानों का पंजीयन 19 से, खरीदी 6 जुलाई से होगी शुरू कटनी । राज्य शासन द्वारा किसानों के हित में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग और उड़द के उपार्जन का निर्णय लिया गया है। प्रदेश के 36 मूंग उत्पादक जिलों में 8682 रुपए प्रति क्विंटल की दर से मूंग और 13 उड़द उत्पादक जिलों में 7400 रुपए प्रति क्विंटल की दर से उड़द उपार्जित की जाएगी। कृषक 19 जून से 6 जुलाई तक पंजीयन करा सकेंगे, इसके बाद 7 जुलाई से 6 अगस्त तक उपार्जन किया जाएगा।