सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

विधायक प्रतिनिधि की अमर्यादित टिप्पणी से ब्राम्हण समाज आक्रोशित सीधी की घटना को लेकर कांग्रेस नेता सेंक रहा राजनैतिक रोटिया, मामला दर्ज करने विश्व ब्राम्हण संघ ने सौंपा ज्ञापन

 विधायक प्रतिनिधि की अमर्यादित टिप्पणी से ब्राम्हण समाज आक्रोशित

सीधी की घटना को लेकर कांग्रेस नेता सेंक रहा राजनैतिक रोटिया, 

मामला दर्ज करने विश्व ब्राम्हण संघ ने सौंपा ज्ञापन 

ढीमरखेड़ा । सीधी में एक आदिवासी युवक पर पेशाब करने की घटना को राजनैतिक पार्टियां जहां अपने लिये एक अवसर मान रही है वहीं कुछ छुटभैया नेता भी इससे पीछे नहीं है। इसी क्रम में बड़वारा विधायक के प्रतिनिधि खमतरा निवासी रविन्द्र परते जिनके द्वारा संपूर्ण ब्राम्हण समाज को लेकर अमर्यादित शब्दों का उपयोग कर अपने फेसबुक में डाला गया है और अत्यंत ही अशोभनीय बातों का उल्लेख कर नीचा दिखाने का कार्य किया गया है। 

जैसे ही इस संबंध में सोशल मीडिया के जरिये उक्त घटनाक्रम की जानकारी समाज के वरिष्ठों को हुई तत्संबंध में एक ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी ढीमरखेड़ा के नाम एसडीएम को सौंपा गया और संबंधित कांग्रेस नेता रविन्द्र परते  के विरुद्ध जांच कर तत्काल मामला दर्ज करने की मांग की गई है। वहीं संघ ने इस बात की हिदायत भी दी है कि यदि 7 दिवस के अंदर संबंधित आरोपी पर मामला दर्ज नहीं किया जाता है तो उग्र आंदोलन कर चक्काजाम किया जायेगा। चूंकि सीधी में जिस व्यक्ति के द्वारा  घटनाक्रम को अंजाम दिया गया था उस पर प्रशासन द्वारा कार्यवाही की जा चुकी है और उक्त मामले के आरोपी को लेकर किसी भी समाज को नीचा नहीं दिखाया जा सकता है लेकिन ओछी मानसिकता एवं अपने आप को बहुत बड़ा नेता बनने की लालसा में विधायक प्रतिनिधि रविन्द्र परते द्वारा संपूर्ण ब्राम्हण समाज को नीचा दिखाने का काम किया गया है और उस टिप्पणी को अपने फेसबुक पेज पर भी डाला गया है जो अपने आप में यह दर्शाता है कि उन्होंनेे जानबूझकर समाज विशेष को नीचा दिखाने के लिये किया है, जिसका ब्राम्हण समाज पुरजोर विरोध कर तब तक आरोपी पर मामला दर्ज नहीं हो जाता है तब तक शांत नहीं बैठेगा। इस दौरान विश्व ब्राम्हण समाज ढीमरखेड़ा अध्यक्ष राकेश त्रिपाठी, जिला कार्यवाहक अध्यक्ष रज्जू तिवारी, जनपद अध्यक्ष सुनीता दुबे, हिमांशु तिवारी, विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल प्रखंड अध्यक्ष पंकज तिवारी, राहुल पांडे, रितेश त्रिपाठी, सागर दुबे, शुभम दुबे, युवा वीर सेना अध्यक्ष मोहित पाण्डेय, समाजसेवी सत्यम पांडेय एवं समस्त ब्राम्हण समाज की उपस्थिति रही। 

रविवार को होगी बैठक 

इस संबंध में संपूर्ण ब्राम्हण समाज द्वारा संबंधित आरोपी पर आगामी कार्यवाही, रणनीति को लेकर बैठक ढीमरखेड़ा में आयोजित की गई है। चूंकि यह पहला मामला नहीं है जब इस तरह की ओछी मानसिकता के साथ नीचा दिखाने का काम किया गया हो। इससे पहले भी इस तरह के कुंठित प्रयास हो चुके हैं। 

रविन्द्र परते ने दिया इस्तीफा

स्मरण रहे कि उक्त आरोपी कांग्रेस पार्टी से जुड़ा हुआ था लेकिन उसके द्वारा जैसे ही इस अशोभनीय घटनाक्रम को अंजाम दिया गया उससे पार्टी की किरकिरी होना स्वभाविक है। लिहाजा बढ़ते आका्रेश को देखते हुये संबंधित विधायक प्रतिनिधि रविन्द्र परते द्वारा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया गया है। 

इनका कहना है

ब्राम्हण सदैव मेरे लिये पूजनीय रहे है। सभी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई है कि दोबारा इस तरह  का घटनाक्रम किसी भी स्थिति में निर्मित न हो। साथ ही रविन्द्र परते ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और उसे विधायक प्रतिनिधि पद से भी अलग कर दिया गया है। 

विजय राघवेन्द्र सिंह 

विधायक, बड़वारा विधानसभा

टिप्पणियाँ

popular post

झाड़ियों में मिला नवजात शिशु, रंडीबाजी की चुप्पी और नवजात की चीख

 झाड़ियों में मिला नवजात शिशु, रंडीबाजी की चुप्पी और नवजात की चीख ढीमरखेड़ा |  मध्यप्रदेश के कटनी जिले के ढीमरखेड़ा जनपद की ग्राम पंचायत भटगवां के आश्रित ग्राम भसेड़ा में एक हृदयविदारक घटना सामने आई। गांव के बाहरी हिस्से में स्थित घनी झाड़ियों में एक नवजात शिशु लावारिस अवस्था में पड़ा मिला। उसकी किलकारियों ने वहां से गुजर रहे ग्रामीणों का ध्यान खींचा और जल्द ही यह खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। आनन-फानन में सरपंच अशोक दाहिया ने अपनी सक्रियता दिखाई और नवजात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उमरियापान पहुंचाया, जहां उसका इलाज जारी है।यह घटना केवल एक बच्चे के मिलने भर की नहीं है; यह उस सामाजिक विडंबना की ओर इशारा करती है जहां अनैतिक संबंधों, देह व्यापार और सामाजिक डर के कारण नवजातों को उनके भाग्य के भरोसे छोड़ दिया जाता है। ग्राम भसेड़ा में सुबह के समय कुछ ग्रामीण लकड़ी बीनने निकले थे। तभी उन्हें झाड़ियों से किसी नवजात की रोने की आवाज सुनाई दी। पहले तो उन्हें भ्रम हुआ, पर जब वे पास पहुंचे तो वहां एक नवजात शिशु खून और माटी से सना हुआ पड़ा मिला। उसे देखकर सबके रोंगटे खड़े हो गए...

उमरियापान पुलिस की शानदार कार्यवाही, चोरी के 72 घंटे के भीतर आरोपी गिरफ्तार, लाखों के जेवरात व नगदी बरामद

 उमरियापान पुलिस की शानदार कार्यवाही, चोरी के 72 घंटे के भीतर आरोपी गिरफ्तार, लाखों के जेवरात व नगदी बरामद ढीमरखेड़ा |  उमरियापान थाना क्षेत्र के ग्राम महनेर में 22 अप्रैल को घटित चोरी की घटना ने न केवल पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी, बल्कि पुलिस के सामने भी एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी थी। चोरी की यह वारदात एक बुजुर्ग व्यक्ति के घर में हुई थी, जहां से लाखों रुपये मूल्य के सोने-चांदी के जेवरात और नगदी चोरी कर ली गई थी। किंतु उमरियापान पुलिस ने महज 72 घंटे के भीतर इस गंभीर मामले का खुलासा कर यह साबित कर दिया कि यदि नीयत और निगरानी सशक्त हो तो कोई भी अपराधी कानून के लंबे हाथों से बच नहीं सकता।  *बुजुर्ग के घर से लाखों की चोरी* 22 अप्रैल की रात ग्राम महनेर निवासी हरभजन काछी पिता राम गोपाल काछी, उम्र 70 वर्ष, जब अपने किसी पारिवारिक कार्य में व्यस्त थे, तभी उनके घर का ताला तोड़कर अज्ञात चोर ने कमरे में घुसकर घर में रखे बहुमूल्य सामान पर हाथ साफ कर दिया। हरभजन काछी द्वारा दर्ज की गई रिपोर्ट में उल्लेख किया गया कि चोर ने घर से सोने की पंचाली, पेंडल, अंगूठी, झुमकी, सोने की चेन, द...

कंपनी को हड़पने की महेन्द्र गोयनका की साजिश हुई नाकाम कटनी के विधायक संजय पाठक के पूर्व कर्मचारी गोयनका ने रची थी साजिश,कंपनी के 3 डायरेक्टरों की गिरफ्तारी को रोकने आईजी के पत्र पर हाईकोर्ट ने जताई हैरानी, कंपनी के डायरेक्टरों की अपील खारिज कर हाईकोर्ट ने कहा आईजी सिर्फ विवेचना अधिकारी बदल सकते हैं, गिरफ्तारी नहीं रोक सकते अब गिरफ्तार हो सकेंगे यूरो प्रतीक इस्पात कंपनी के तीनों फरार डायरेक्टर

 कंपनी को हड़पने की महेन्द्र गोयनका की साजिश हुई नाकाम कटनी के विधायक संजय पाठक के पूर्व कर्मचारी गोयनका ने रची थी साजिश,कंपनी के 3 डायरेक्टरों की गिरफ्तारी को रोकने आईजी के पत्र पर हाईकोर्ट ने जताई हैरानी, कंपनी के डायरेक्टरों की अपील खारिज कर हाईकोर्ट ने कहा  आईजी सिर्फ विवेचना अधिकारी बदल सकते हैं, गिरफ्तारी नहीं रोक सकते अब गिरफ्तार हो सकेंगे यूरो प्रतीक इस्पात कंपनी के तीनों फरार डायरेक्टर जबलपुर । कटनी की एक इस्पात कंपनी को हड़पने के संबंध में महेन्द्र गोयनका की साजिश नाकाम हो गई है। कटनी के भाजपा विधायक संजय पाठक के पूर्व कर्मचारी गोयनका ने कंपनी हड़पने का यह पूरा ताना बाना रचा था इस साजिश में शामिल कंपनी के 4 डायरेक्टरों की अपील हाईकोर्ट से खारिज हो गई है।  मामले में आईजी की भूमिका पर सवाल उठने के बाद मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत और न्यायाधीश विवेक जैन की युगलपीठ ने अपने विस्तृत फैसले में कहा है कि आईजी वरिष्ठ अधिकारी होने के नाते किसी भी मामले का विवेचना अधिकारी तो बदल सकते हैं, लेकिन अग्रिम जमानत खारिज होने के बाद वे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं रोक सकते। इसके सा...