जनता की आवाज़ बने राहुल पाण्डेय पत्रकारिता में दुगने जोश के साथ लौटे दैनिक ताज़ा खबर के प्रधान संपादक , जो डर गया, वो पत्रकार नहीं, पत्रकार का धर्म है सच बोलना, चाहे सामने कोई भी खड़ा हो
जनता की आवाज़ बने राहुल पाण्डेय पत्रकारिता में दुगने जोश के साथ लौटे दैनिक ताज़ा खबर के प्रधान संपादक , जो डर गया, वो पत्रकार नहीं, पत्रकार का धर्म है सच बोलना, चाहे सामने कोई भी खड़ा हो ढीमरखेड़ा | आज के समय में जब मीडिया का एक बड़ा हिस्सा सत्ता और पूंजी के दबाव में काम कर रहा है, ऐसे दौर में भी कुछ पत्रकार ऐसे हैं जो पत्रकारिता को उसकी मूल आत्मा से जोड़कर, जनता की आवाज़ को बुलंद करने का काम कर रहे हैं। इन्हीं नामों में प्रमुख हैं 'दैनिक ताज़ा खबर' के प्रधान संपादक राहुल पाण्डेय, जो अब पत्रकारिता में एक नई ऊर्जा, नए दृष्टिकोण और दुगने जोश के साथ वापसी कर रहे हैं। राहुल पाण्डेय की पत्रकारिता का केंद्र बिंदु जनता है, जनता की समस्याएँ हैं और उनकी आवाज़ को शासन तक पहुँचाना है। अब वे और भी सक्रिय भूमिका में नज़र आ रहे हैं और यह संकल्प लिया है कि किसी भी छोटी या बड़ी खबर को अनदेखा नहीं किया जाएगा।उनकी यही प्रतिबद्धता उन्हें आम जनता का सच्चा साथी बनाती है। *राहुल पाण्डेय का पत्रकारिता सफर संघर्ष से सेवा तक* राहुल पाण्डेय ने पत्रकारिता की शुरुआत एक साधारण संवाददाता के रूप में की थी...