ढीमरखेड़ा पुलिस की सतर्कता से टली अनहोनी, अवैध गुप्ती नुमा चाकू के साथ युवक गिरफ्तार
ढीमरखेड़ा | दिनांक 06 मई 2025 को थाना ढीमरखेड़ा पुलिस की चौकी सिलौड़ी ने एक महत्वपूर्ण कार्यवाही करते हुए समाज में संभावित खतरे को समय रहते टाल दिया। ग्राम गोपालपुर तिराहा, नंदू चौधरी के घर के सामने एक संदिग्ध युवक को अवैध गुप्ती नुमा धारदार चाकू के साथ खड़ा पाए जाने की मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त होने के बाद, पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस कार्यवाही से यह स्पष्ट होता है कि ढीमरखेड़ा पुलिस क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के प्रति पूरी तरह सजग और प्रतिबद्ध है। थाना ढीमरखेड़ा अंतर्गत चौकी सिलौड़ी को एक विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली कि ग्राम गोपालपुर तिराहा पर नंदू चौधरी के घर के सामने एक युवक अवैध रूप से गुप्ती नुमा धारदार चाकू लिए खड़ा है, तो पुलिस ने तुरंत कार्रवाई का निर्णय लिया। इस सूचना को हल्के में न लेते हुए थाना प्रभारी निरीक्षक मोहम्मद शाहिद के नेतृत्व में एक टीम तत्काल मौके पर रवाना की गई। टीम में उपनिरीक्षक विष्णुशंकर जायसवाल, प्रधान आरक्षक अतुल शर्मा तथा आरक्षक धरमवीर सिंह शामिल थे। जब टीम मौके पर पहुंची तो वहां एक युवक संदिग्ध अवस्था में खड़ा मिला। पूछताछ के दौरान युवक ने अपना नाम रोहित चौधरी, पिता राकेश चौधरी, उम्र 20 वर्ष, निवासी ग्राम बिलगवां, थाना पनागर, जिला जबलपुर बताया। जब उसकी तलाशी ली गई, तो उसके कब्जे से एक लोहे की गुप्ती नुमा अवैध धारदार चाकू बरामद हुआ।
*कानूनी कार्यवाही में हर जगह नज़र*
पुलिस ने तत्काल उक्त युवक को गिरफ्तार कर, उसके विरुद्ध थाना ढीमरखेड़ा में अपराध क्रमांक 207/25 धारा 25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध किया। आरोपी को आवश्यक कानूनी प्रक्रिया के उपरांत न्यायालय ढीमरखेड़ा में प्रस्तुत किया गया, जहां से न्यायालय ने उसे जेल भेज दिया। यह कार्रवाई न केवल एक संभावित अपराध को टालने में सहायक सिद्ध हुई, बल्कि यह भी दर्शाती है कि पुलिस द्वारा समय रहते की गई कार्रवाई से किसी बड़ी घटना को रोका जा सकता है। ऐसी कार्रवाइयाँ आम जनता में सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देती हैं और असामाजिक तत्वों में डर पैदा करती हैं।
*थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान का कार्य सराहनीय*
इस सफल पुलिस कार्यवाही में निरीक्षक मोहम्मद शाहिद की सूझबूझ और तत्परता, उपनिरीक्षक विष्णुशंकर जायसवाल की रणनीति, प्रधान आरक्षक अतुल शर्मा की सजगता और आरक्षक धरमवीर सिंह की साहसिकता की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस टीम ने जिस तरह से तेजी से कार्य किया, उससे यह साबित होता है कि ढीमरखेड़ा पुलिस न केवल कर्तव्यनिष्ठ है, बल्कि समय पर निर्णय लेकर समाज को सुरक्षित रखने में सक्षम है।
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