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विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह का संवेदनशील नेतृत्व, अंतर्वेद गनियारी में जमुना यादव को श्रवण यंत्र उपलब्ध कराकर मानवता की मिसाल, गरीबों के मसीहा विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह द्वारा श्रवण यंत्र प्रदान कर जमुना यादव को दी नई जिंदगी, विधायक के निर्देशन में योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर श्रवण यंत्र अंतर्वेद गनियारी लेकर पहुंचे

 विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह का संवेदनशील नेतृत्व, अंतर्वेद गनियारी में जमुना यादव को श्रवण यंत्र उपलब्ध कराकर मानवता की मिसाल, गरीबों के मसीहा विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह द्वारा श्रवण यंत्र प्रदान कर जमुना यादव को दी नई जिंदगी, विधायक के निर्देशन में योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर श्रवण यंत्र अंतर्वेद गनियारी लेकर पहुंचे 



ढीमरखेड़ा |  ग्राम पंचायत अंतर्वेद गनियारी में जब विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह का आगमन हुआ, तब पूरे गांव में उत्साह का माहौल था। विधायक जी का दौरा लोकार्पण समारोह के लिए था, लेकिन इस दौरे ने एक गरीब व्यक्ति की जिंदगी बदल दी गौरतलब है कि समाज के लिए एक प्रेरणा बन गई कि जनप्रतिनिधि अगर संवेदनशील हों, तो वे जनता की वास्तविक समस्याओं का समाधान तुरंत कर सकते हैं।

*जमुना यादव की फरियाद*

जब विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह मंच पर पहुंचे, तो वहां मौजूद जनता ने उन्हें घेर लिया। हर किसी के पास अपनी समस्याएं थीं, लेकिन उसी भीड़ में एक वृद्ध व्यक्ति,जमुना प्रसाद यादव, अपनी बेबसी के साथ खड़े थे। वे अपने कान से कुछ भी सुनने में असमर्थ थे और यह परेशानी उनके जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन चुकी थी। जमुना यादव ने हिम्मत जुटाई और धीरे-धीरे आगे बढ़कर विधायक जी के सामने अपनी समस्या रखी, "मुझे कान से सुनाई नहीं देता, मेरी कोई मदद करें।" उनकी यह मार्मिक गुहार सुनते ही विधायक जी गंभीर हो गए। उन्होंने तुरंत अपने सहयोगी योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर की ओर देखा और बिना किसी देरी के आदेश दिया कि जमुना यादव के लिए श्रवण यंत्र (कान की मशीन) उपलब्ध कराई जाए।

*तत्काल मदद और विधायक की संवेदनशीलता*

विधायक जी का यही स्वभाव उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाता है। वे सिर्फ वादे करने में विश्वास नहीं रखते, बल्कि समस्याओं का तुरंत समाधान भी निकालते हैं। उनके कहने पर योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर ने बिना विलंब किए जमुना यादव के लिए श्रवण यंत्र की व्यवस्था करवाई। ग्राम पंचायत अंतर्वेद गनियारी में उपस्थित सभी ग्रामीणों ने देखा कि कैसे कुछ ही देर में एक गरीब व्यक्ति को जीवनभर की समस्या से छुटकारा मिल गया। जमुना यादव के चेहरे पर एक अलग ही खुशी थी। उनकी आंखों में आंसू थे, लेकिन ये आंसू दर्द के नहीं, बल्कि खुशी और कृतज्ञता के थे।

*श्रवण यंत्र मिलते ही चेहरे पर खुशी की लहर*

श्रवण यंत्र मिलते ही जब जमुना यादव ने उसे पहना और पहली बार स्पष्ट रूप से आवाज सुनी, तो उनका चेहरा खिल उठा। वर्षों बाद उन्होंने पहली बार आसपास की आवाजों को महसूस किया, लोगों की बातचीत सुनी, और सबसे महत्वपूर्ण बात,विधायक जी का स्नेह भरा स्वर सुना।उन्होंने विधायक जी और योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा, "आज से मेरी दुनिया बदल गई। मैं अब दूसरों की बातें सुन सकता हूं। यह मेरे लिए नया जीवन है। मैं जीवनभर विधायक जी का आभारी रहूंगा।"

*ग्रामवासियों की खुशी और विधायक जी की सराहना*

ग्राम पंचायत अंतर्वेद गनियारी के सभी लोग इस घटना के साक्षी बने। वहां मौजूद सरपंच गोकर्ण पंकज मिश्रा, समाजसेवी उमेश पांडे पंडित जी, सचिव मनोज पटैल सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने विधायक जी की इस त्वरित मदद की सराहना की।ग्रामवासियों ने एक सुर में कहा,"ऐसे ही नेता की हमें जरूरत है, जो जनता की समस्याओं को समझे और उसका समाधान तुरंत करे। विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह गरीबों के मसीहा हैं।"

*जनता के प्रति विधायक जी की प्रतिबद्धता*

विधायक जी का यह व्यवहार कोई पहली बार नहीं दिखा। वे हमेशा जरूरतमंदों की सहायता के लिए तत्पर रहते हैं। उनका मानना है कि नेता का असली कर्तव्य जनता की सेवा करना है। विधायक जी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा,"मेरे लिए राजनीति सिर्फ सत्ता पाने का माध्यम नहीं, बल्कि सेवा का एक अवसर है। जब तक मेरी शक्ति है, मैं हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचाने का प्रयास करूंगा।"

*"सबका साथ, सबका विकास" की सच्ची तस्वीर*

आज के समय में, जब राजनीति को स्वार्थ से जोड़कर देखा जाता है, विधायक जी की यह पहल "सबका साथ, सबका विकास" की सच्ची तस्वीर प्रस्तुत करती है। विधायक जी ने यह साबित कर दिया कि अगर इच्छाशक्ति हो, तो किसी भी समस्या का समाधान तुरंत किया जा सकता है। उनकी संवेदनशीलता, त्वरित निर्णय और गरीबों के प्रति सहानुभूति उन्हें आम जनता का प्रिय नेता बनाती है।

*ग्रामीणों की भावनाएं और विधायक जी के लिए सम्मान*

जब यह खबर आसपास के गांवों तक पहुंची, तो विधायक जी की प्रशंसा हर तरफ होने लगी। लोग कहने लगे,

"ऐसे जनप्रतिनिधि ही असली जनसेवक होते हैं, जो हर व्यक्ति की समस्या को अपनी समस्या समझते हैं।" ग्राम पंचायत अंतर्वेद गनियारी के ग्रामीणों ने विधायक जी को धन्यवाद देते हुए कहा,"हमारी पंचायत को गर्व है कि हमारे विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह जी जैसे नेता हैं, जो बिना किसी भेदभाव के हर जरूरतमंद की मदद करते हैं।"

 *लोगों के दिलों में राज करने वाले विधायक जनता का जीत रहे दिल*

यह घटना केवल एक श्रवण यंत्र देने तक सीमित नहीं थी। यह विधायक जी की सेवा भावना, संवेदनशीलता और गरीबों के प्रति उनकी आत्मीयता का प्रतीक बन गई। आज जमुना यादव न केवल सुन सकते हैं, बल्कि वे यह महसूस कर सकते हैं कि समाज में ऐसे भी लोग हैं जो निस्वार्थ भाव से दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने यह साबित कर दिया कि राजनीति का असली उद्देश्य जनता की सेवा करना होता है। इस घटना से हमें यह सीख मिलती है कि अगर नेता सही हो, तो गरीबों और जरूरतमंदों की समस्याएं हल करने में देर नहीं लगती। यही सच्चे जनसेवक की पहचान है। लोकतंत्र में जनप्रतिनिधि का सबसे बड़ा दायित्व होता है जनता की सेवा करना, उनकी समस्याओं को सुनना और उनका समाधान करना। जब कोई नेता निस्वार्थ भाव से जनता की समस्याओं को समझता है और तत्काल समाधान करता है, तो वह जनता के दिलों में बस जाता है। ऐसा ही एक उदाहरण ग्राम पंचायत अंतर्वेद गनियारी में देखने को मिला, जब बड़वारा क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह "धीरू भैया" ने अपनी संवेदनशीलता और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता से एक जरूरतमंद व्यक्ति की बड़ी समस्या हल कर दी।

*जमुना यादव की पीड़ा और विधायक जी से गुहार*

ग्राम पंचायत अंतर्वेद गनियारी में एक महत्वपूर्ण लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें क्षेत्र के सम्मानित विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह पहुंचे। इस अवसर पर पूरे गांव में उत्साह का माहौल था। गांव के लोग अपने नेता को देखकर उत्साहित थे और उनसे अपनी समस्याएं साझा करने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान गांव के निवासी जमुना प्रसाद यादव, जो काफी समय से कानों से सुनने में असमर्थ थे, विधायक जी के पास पहुंचे। जमुना यादव की आंखों में आशा की किरण थी, वे उम्मीद से विधायक जी की ओर देख रहे थे। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा, विधायक जी, में वर्षों से सुन नहीं पा रहा हूं, मेरी आर्थिक स्थिति भी इतनी अच्छी नहीं है कि मैं श्रवण यंत्र खरीद सकूं। अगर मेरे पास यह यंत्र होता, तो मैं भी सामान्य जीवन जी सकता।" उनकी ये भावुक अपील वहां मौजूद लोगों को भी अंदर तक झकझोर गई। कई ग्रामीणों को यह देखकर आश्चर्य हुआ कि जमुना यादव इतनी बड़ी समस्या से जूझ रहे थे, लेकिन अब तक किसी ने उनकी इस जरूरत को पूरा करने का प्रयास नहीं किया था।

*विधायक जी की त्वरित कार्रवाई, योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर सेवा ही संकल्प*

विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह "धीरू भैया" हमेशा से ही गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता के लिए तत्पर रहते हैं। उन्होंने बिना किसी देरी के इस समस्या का हल निकालने का फैसला किया। उन्होंने तत्काल योगेंद्र सिंह "दादा ठाकुर" से संपर्क किया और कहा कि जमुना यादव के लिए श्रवण यंत्र की व्यवस्था की जाए।योगेंद्र सिंह "दादा ठाकुर" भी सामाजिक कार्यों में हमेशा आगे रहते हैं। उन्होंने विधायक जी के निर्देश पर तुरंत श्रवण यंत्र की व्यवस्था की और उसे लेकर ग्राम पंचायत अंतर्वेद गनियारी पहुंचे।

*श्रवण यंत्र पाकर जमुना यादव की खुशी का ठिकाना नहीं*

जब योगेंद्र सिंह "दादा ठाकुर" श्रवण यंत्र लेकर पहुंचे और जमुना यादव को दिया गया, तो उनका चेहरा खुशी से खिल उठा। यह खुशी सिर्फ जमुना यादव की नहीं थी, बल्कि पूरे गांव की थी। गांव वालों ने देखा कि वर्षों से सुनने में असमर्थ जमुना यादव जब पहली बार श्रवण यंत्र लगाकर आवाजें सुन पाए, तो उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे। उन्होंने उत्साह से कहा, "अब मैं भी सुन सकता हूं, अब मुझे दुनिया की आवाज सुनाई देगी, अब मैं अपनों की बातें समझ पाऊंगा।" यह कहते हुए उन्होंने विधायक जी और योगेंद्र सिंह "दादा ठाकुर" का दिल से आभार व्यक्त किया।

*ग्राम पंचायत अंतर्वेद गनियारी में उमड़ा जनसैलाब*

इस लोकार्पण कार्यक्रम में पूरे ग्राम पंचायत अंतर्वेद गनियारी के लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान जब विधायक जी ने गरीब और असहाय जमुना यादव को श्रवण यंत्र उपलब्ध कराया, तो वहां मौजूद ग्रामीणों ने विधायक जी की भूरि-भूरि प्रशंसा की। इस अवसर पर ग्राम सरपंच गोकर्ण पंकज मिश्रा, समाजसेवी उमेश पांडे "पंडित जी", ग्राम पंचायत सचिव मनोज पटैल, और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। उन्होंने विधायक जी के इस मानवीय कार्य की सराहना की और कहा कि उनके क्षेत्र का प्रतिनिधि ऐसा होना चाहिए, जो जनता की छोटी-बड़ी समस्याओं को सुने और तत्काल समाधान करे।

*विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह "धीरू भैया" जनसेवा की मिसाल*

विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह का कार्यकाल हमेशा से ही "सबका साथ, सबका विकास" के सिद्धांत पर आधारित रहा है। वे न केवल बड़े प्रोजेक्ट्स और विकास कार्यों पर ध्यान देते हैं, बल्कि व्यक्तिगत रूप से भी लोगों की परेशानियों को हल करने के लिए तत्पर रहते हैं।

*जनता के सच्चे प्रतिनिधि, विधायक जी के प्रति आभार*

इस घटना ने अंतर्वेद गनियारी के लोगों के मन में विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह के प्रति सम्मान और बढ़ा दिया है। जमुना यादव ने विधायक जी और योगेंद्र सिंह "दादा ठाकुर" का हाथ जोड़कर धन्यवाद किया और कहा कि अब वे भी समाज के अन्य लोगों की तरह सामान्य जीवन जी सकेंगे। गांव वालों ने कहा, "हमारे विधायक जी वास्तव में गरीबों और जरूरतमंदों के नेता हैं। वे सिर्फ चुनावों में ही नहीं, बल्कि हर समय हमारे सुख-दुख में खड़े रहते हैं।"

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