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ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान को उत्कृष्ट कार्य के चलते किया गया सम्मानित और दिया गया प्रशस्ति पत्र, ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान, उत्कृष्ट कार्य और अपराध नियंत्रण में नई मिसाल

 ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान को उत्कृष्ट कार्य के चलते किया गया सम्मानित और दिया गया प्रशस्ति पत्र,  ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान, उत्कृष्ट कार्य और अपराध नियंत्रण में नई मिसाल



ढीमरखेड़ा |  ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान का नाम क्षेत्र में कर्तव्यपरायणता, अनुशासन और समाजसेवा के लिए जाना जाता है। हाल ही में उन्हें उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। यह सम्मान उन्हें मध्य प्रदेश के शिक्षा और परिवहन मंत्री तथा कटनी जिले के प्रभारी मंत्री उदय प्रताप सिंह, जिला कलेक्टर दिलीप कुमार यादव, और पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिया गया। यह उपलब्धि न केवल उनके कार्यक्षेत्र की सफलता को दर्शाती है, बल्कि उनके नेतृत्व और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण भी है। मोहम्मद शाहिद खान ने ढीमरखेड़ा थाने का प्रभार संभालने के बाद से ही अपराधों पर लगाम लगाने के लिए कई प्रभावी कदम उठाए। उन्होंने थाना क्षेत्र में सक्रिय अपराधियों पर कड़ी निगरानी रखते हुए उनका मनोबल तोड़ा । उनके कार्यकाल में चोरी, मारपीट, और अन्य गंभीर अपराधों में उल्लेखनीय कमी देखी गई है।

*प्राकृतिक आपदा में नेतृत्व और मानवता का परिचय*

ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी ने न केवल अपराध नियंत्रण में अपनी दक्षता साबित की है, बल्कि प्राकृतिक आपदा के समय भी उनका योगदान सराहनीय रहा है। हाल ही में आई बाढ़ के दौरान उन्होंने अपनी टीम के साथ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया और उनकी हर संभव मदद की। बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री वितरण, भोजन, और चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने में उनकी भूमिका अग्रणी रही। उनके नेतृत्व में पुलिस कर्मियों ने बिना किसी भेदभाव के जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचाई। इस दौरान उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे और सभी को सुरक्षित आश्रय मिले।

*जनता के प्रति सहयोगपूर्ण रवैया*

मोहम्मद शाहिद खान का जनता के प्रति सहयोगपूर्ण रवैया उनकी सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने थाना क्षेत्र के लोगों को भरोसा दिलाया कि पुलिस उनकी सुरक्षा और न्याय के लिए सदैव तत्पर है। उनकी यही नीति उन्हें एक संवेदनशील और जिम्मेदार अधिकारी के रूप में अलग पहचान दिलाती है।उनके प्रयासों से थाना क्षेत्र में कई विवाद आपसी सहमति से सुलझाए गए। छोटी-छोटी समस्याओं को थाने तक आने से पहले ही निपटा दिया गया, जिससे पुलिस और जनता के बीच विश्वास बढ़ा।

*शिक्षा और युवा विकास के प्रति प्रतिबद्धता*

मोहम्मद शाहिद खान ने न केवल अपराधियों पर कार्रवाई की है, बल्कि क्षेत्र के युवाओं को सही दिशा में प्रेरित करने के लिए भी काम किया है। उन्होंने कई शैक्षिक और खेल आयोजनों में भाग लिया और युवाओं को सकारात्मक गतिविधियों की ओर प्रेरित किया। उन्होंने नशामुक्ति अभियान चलाकर युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश दिया। इसके साथ ही, उन्होंने माता-पिता और अभिभावकों को बच्चों पर नजर रखने और उन्हें सही मार्गदर्शन देने के लिए जागरूक किया।

*पुलिस विभाग के लिए प्रेरणा स्रोत*

उनकी कार्यशैली न केवल जनता के लिए बल्कि उनके सहकर्मियों के लिए भी प्रेरणादायक है। उन्होंने पुलिस विभाग में अनुशासन, पारदर्शिता और सामूहिक प्रयासों को प्राथमिकता दी।उनके नेतृत्व में पुलिस कर्मियों ने बेहतर प्रदर्शन किया और अपने कर्तव्यों का निर्वहन जिम्मेदारी से किया। इससे विभाग में एक सकारात्मक कार्यसंस्कृति का निर्माण हुआ।

*सराहना और सम्मान एक प्रेरक कदम*

स्वतंत्रता दिवस पर दिया गया प्रशस्ति पत्र उनके उत्कृष्ट कार्य की आधिकारिक मान्यता है। यह सम्मान केवल उनका नहीं, बल्कि पूरे थाना क्षेत्र और उनकी टीम के लिए गर्व का विषय है। यह प्रशंसा पुलिस विभाग के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को भी बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करेगी। यह दर्शाता है कि अगर अधिकारी ईमानदारी और समर्पण के साथ काम करें, तो उन्हें समाज और सरकार दोनों से समर्थन और सराहना प्राप्त होती है। मोहम्मद शाहिद खान का उद्देश्य केवल अपराधियों को सजा दिलाना ही नहीं, बल्कि समाज को अपराध मुक्त और सुरक्षित बनाना है। उन्होंने जनता और पुलिस के बीच सहयोग को मजबूत बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। महिला सुरक्षा को बढ़ावा देना और महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों पर कड़ी कार्रवाई। साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए जागरूकता अभियान। ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस की पहुंच और प्रभावशीलता बढ़ाना।ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान ने अपनी कर्तव्यपरायणता, नेतृत्व क्षमता, और समाजसेवा से यह साबित कर दिया है कि पुलिस का काम केवल कानून व्यवस्था बनाए रखना ही नहीं, बल्कि समाज को एक सकारात्मक दिशा में ले जाना भी है। उनका यह सम्मान न केवल उनकी उपलब्धियों की पुष्टि करता है, बल्कि यह दर्शाता है कि जब अधिकारी अपने कर्तव्यों को ईमानदारी और समर्पण के साथ निभाते हैं, तो वे समाज के लिए एक मिसाल बन जाते हैं। उनके प्रयासों और उपलब्धियों ने पुलिस विभाग को एक नई पहचान दी है और यह संदेश दिया है कि समाज और पुलिस मिलकर एक सुरक्षित और सशक्त भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।

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