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क्षेत्रीय विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने अनुसूचित जनजाति सीनियर कन्या छात्रावास ढीमरखेड़ा में बच्चियों को वितरित किए ठंड वाले कपड़े, बच्चियों को पढ़ाई के लिए किया प्रेरित

 क्षेत्रीय विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने अनुसूचित जनजाति सीनियर कन्या छात्रावास ढीमरखेड़ा में बच्चियों को वितरित किए ठंड वाले कपड़े,  बच्चियों को पढ़ाई के लिए किया प्रेरित



ढीमरखेड़ा | धीरेंद्र बहादुर सिंह, जो वर्तमान में क्षेत्रीय विधायक हैं, ने अनुसूचित जनजाति सीनियर कन्या छात्रावास ढीमरखेड़ा में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में उन्होंने बच्चियों को ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े वितरित किए और उन्हें शिक्षा के प्रति प्रेरित किया। उनके इस कदम ने न केवल बच्चियों को सर्दी से राहत दी, बल्कि उनके मनोबल को भी बढ़ाया। इसके साथ ही, विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने इन बच्चियों के सामने एक आदर्श प्रस्तुत करते हुए उनके पैर पड़कर आशीर्वाद लिया, जो उनके सरल और सच्चे दिल की भावना को दर्शाता है। विधायक ने इस दौरान बच्चियों से कहा कि "मैं विधायक नहीं, बल्कि आपका बड़ा भाई हूं", इस संदेश के साथ उन्होंने बच्चियों को विश्वास दिलाया कि वह हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे। उनके इस वक्तव्य ने बच्चियों के दिलों में एक नया आत्मविश्वास भरा और उनके सामने एक नायक का उदाहरण प्रस्तुत किया। विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह का यह व्यवहार सिर्फ एक नेता के रूप में नहीं, बल्कि एक सच्चे और संवेदनशील इंसान के रूप में उनकी पहचान को मजबूती प्रदान करता है।कार्यक्रम में कई प्रमुख व्यक्ति भी उपस्थित थे, जिन्होंने इस आयोजन को और भी भव्य और यादगार बना दिया। मंच का संचालन ढीमरखेड़ा भाजपा मंडल उपाध्यक्ष समाजसेवी राकेश त्रिपाठी ने किया। लिहाज़ा इनमें हर्ष द्विवेदी, योगेंद्र सिंह दादा ठाकुर, रितेश त्रिपाठी, मनीष बागरी, अनिल बागरी, राकेश त्रिपाठी, सुलभ त्रिपाठी, संतोष बर्मन, आनंद पाण्डेय, विजय दुबे, तातु प्रदीप चौरसिया, आशीष चौरसिया, रवि ठाकुर और संदीप सोनी जैसी शख्सियतें शामिल थीं। इन सभी का कार्यक्रम में होना इस बात को साबित करता है कि यह एक सामूहिक प्रयास था, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों के लोग एकजुट हुए थे। विदित हैं कि यह  सिर्फ एक वितरण कार्यक्रम नही था, बल्कि इसके माध्यम से समाज में एक सकारात्मक संदेश भी दिया गया। इस कार्यक्रम में शिक्षा के महत्व पर जोर दिया गया, खासकर उन बच्चियों के लिए जो शिक्षा की ओर कदम बढ़ाने में संकोच करती हैं। विधायक ने बच्चियों से यह भी कहा कि उनकी शिक्षा के लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे और उन्हें अच्छे अवसर प्रदान करेंगे ताकि वे अपने भविष्य को संवार सकें। इसके अलावा, विधायक ने यह भी बताया कि समाज में जागरूकता और बदलाव लाने के लिए सभी को एकजुट होकर काम करना होगा। विशेषकर उन समुदायों के लिए जिनके पास सुविधाओं की कमी है। उन्होंने इस तरह के आयोजनों को आगे भी जारी रखने का वादा किया ताकि अधिक से अधिक बच्चों को सहायता मिल सके और उनके जीवन की स्थितियों में सुधार हो सके। विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह का यह कार्यक्रम उनके समर्पण और समाज सेवा की मिसाल है। उनका यह कदम न केवल ढीमरखेड़ा क्षेत्र की बच्चियों के लिए प्रेरणादायक था, बल्कि इससे यह भी साबित हुआ कि एक सच्चा नेता वह है जो केवल राजनीति में नहीं, बल्कि समाज की भलाई के लिए भी काम करता है। इस कार्यक्रम के दौरान, क्षेत्र के स्थानीय लोग और राजनीतिक नेता भी इस आयोजन में शामिल हुए, जो इस बात को दर्शाता है कि जब समुदाय के लोग एकजुट होते हैं, तो समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना संभव होता है। इन नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी महत्वपूर्ण बना दिया, और यह संदेश दिया कि समाज की भलाई के लिए सभी को मिलकर काम करना चाहिए। इस पूरे कार्यक्रम को देखकर यह स्पष्ट होता है कि विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने सिर्फ राजनीतिक परिपेक्ष्य में नहीं, बल्कि व्यक्तिगत रूप से भी इस पहल को महत्वपूर्ण समझा। उन्होंने समाज के सबसे वंचित वर्गों को सहयोग देने का जो उदाहरण प्रस्तुत किया, वह आने वाले समय में कई अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। यह कार्यक्रम न केवल एक राजनीतिक पहल थी, बल्कि यह समाज के एकता और सहयोग का प्रतीक था, जिसने दिखाया कि अगर सभी लोग मिलकर काम करें, तो समाज में बदलाव लाना और मुश्किलों का सामना करना आसान हो सकता है।

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