पहला सूखा चुनाव है जब सभी पक्ष के कार्यकर्ताओं के कण्ठ सूखे रह गए भाजपा का मकसद-रिकार्ड विजय के साथ शिवराज का कद बौना हो जाए
पहला सूखा चुनाव है जब सभी पक्ष के कार्यकर्ताओं के कण्ठ सूखे रह गए भाजपा का मकसद-रिकार्ड विजय के साथ शिवराज का कद बौना हो जाए ढीमरखेड़ा । ऐतिहासिक रूप से नीरस और अरूचिकर लोक सभा चुनाव में खजुराहो सीट की विजय संख्या में भाजपा को दिलचस्पी है। वह इस सीट पर मुरैना के आदमी को लादकर फिर थॉपकर अपने इलेक्शन विक्ट्री मैनेजमेंट (ई. वी. एम.) के प्रहार से चुनौती देने वाले मजबूत प्रत्याशी को निपटा चुकी है , ताकि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष की निश्चिय हार से पार्टी की किरकिरी को बचा सके। इंडिया गठबंधन की सपा प्रत्याशी मीरा यादव के पति हाल ही में यू. पी. की जेल से बेल पाकर छूटे हैं, इसलिए उस पर ईवीएम नीति की चोट करने से ही काम हो गया, मजबूत प्रत्याशी ने अपनी चुनौती की खुद हत्या कर दी। अब भाजपाई ईवीएम इस सपने को पूरा करने में जुटी है कि-भाईसाहब को नौ लाख मतों से विजयी बनाकर एक विश्व रिकार्ड बना लें। लेकिन जानकारी का मानना है कि रिकार्ड मत संख्या से जीतने का असली मकसद है कि- वीडी भैया का कद शिवराज सिंह से बड़ा कर दिया जाए। वैसे भी साफ नजर आता है कि-शिवराज सिंंह-वसुंधरा राजे सिंधिया के कद की शॉर्प -कटिंग भाज