सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

कृषि भूमि में मुरम डालकर अवैध कॉलोनी का चल रहा खेल तहसीलदार ने निरीक्षण के दौरान पाई गड़बड़ी, आरआई, खनिज निरीक्षक, पटवारी को जांच प्रतिवेदन के दिए निर्देश

 कृषि भूमि में मुरम डालकर अवैध कॉलोनी का चल रहा खेल 

तहसीलदार ने निरीक्षण के दौरान पाई गड़बड़ी, आरआई, खनिज निरीक्षक, पटवारी को जांच प्रतिवेदन के दिए निर्देश




ढीमरखेड़ा | सिहोरा और उसके आसपास कृषि भूमि पर मुरम डालकर अवैध कॉलोनियों का निर्माण धड़ल्ले से हो रहा है। जिसका न तो डायवर्सन है और न ही टीएनसीपी, लेआउट तक स्वीकृत नहीं है। लोगों को प्लाटिंग के नाम पर खुलेआम धोखा दिया जा रहा है। कॉलोनी अवैध होने पर नगर पालिका से ना तो नक्शा पास होता है न ही बैंक इन को ऋण देता है। लोग अपने आप को ठगा महसूस करते हैं। दिनों - दिन इन माफियाओं के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही है। कॉलोनी काटने वालो के पास न तो किसी प्रकार का कॉलोनाइजर लाइसेंस है और न ही रेरा के तहत रजिस्ट्रेशन है, दिन - प्रतिदिन अवैध कालोनिया बनाई जा रही है। 

*ये है मामला*

तहसीलदार सिहोरा शशांक दुबे ने बताया कि मौजा सिहोरा पटवारी हल्का नंबर 06 राजस्व निरीक्षक  खितौला तहसील सिहोरा में स्थित भूमि खसरा न. 6511 रकवा 0.904 है। कृषि भूमि वर्तमान राजस्व अभिलेख में लता पिता नंदकुमार पति कैलाश चैबे के नाम पर दर्ज है। जिसके अंश भाग लगभग 0.20 है. कृषि भूमि पर मुरुम भंडारण का कार्य किया गया था। मुरम के अवैध भडारंण को लेकर खनिज निरीक्षक, आरआई और पटवारी को जांच कर प्रतिवेदन तीन दिन में प्रस्तुत करने के निर्देष दिए गए है। 

*जमीन का एग्रीमेंट कराकर भू - माफिया खेलते हैं पूरा खेल*

सूत्रों की मानें तो भूमाफिया किसी भी खेत तालाब या तलैया को मालिक से खरीदते नहीं है। सिर्फ जमीन मालिक से कुछ रकम देकर जमीन का एग्रीमेंट कराया जाता है। फिर धीरे-धीरे कॉलोनी काट कर जमीन के मालिक से यूज की रजिस्ट्री कराई जाती है। प्रशासन या उच्च अधिकारी यदि कोई कार्रवाई करते हैं तो इसमें भूमाफिया का कुछ भी नहीं बिगड़ता जो भी कार्रवाई होगी वह जमीन मालिक के खिलाफ होगी।

*इनका कहना है*

कृषि भूमि पर मुरम डालकर अवैध प्लाटिंग को लेकर जल्द बड़ी कार्रवाई की जाएगी। सिहोरा-खितौला की कई जगहों को चिन्हित किया गया है। ऐसे अवैध कॉलोनाइजरों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है।

*शशांक दुबे, तहसीलदार सिहोरा*

टिप्पणियाँ

popular post

पुलिसवाले की बहन की शादी का कार्ड वायरल, शादी में जरूर आना की जगह लिख दी अनोखी अपील

 पुलिसवाले की बहन की शादी का कार्ड वायरल, शादी में जरूर आना की जगह लिख दी अनोखी अपील ढीमरखेड़ा |  लोकसभा चुनाव के बीच शादी-ब्याह का सीजन कुछ अलग ही रंग जमा रहा है। ऐसा ही एक अनोखा मामला एमपी के दमोह से सामने आया है, जहां एक शादी का कार्ड खूब चर्चा में है। एक तरफ जिला प्रशासन लगातार ग्रामीण इलाकों से लेकर दूर दराज पहाड़ी क्षेत्रों में लोगों को मतदान पर्ची या फिर दीवारों पर स्लोगन लिखकर आम जनता में मतदान के प्रति जागरूकता लाने के लिए हर संभव प्रयास में जुटा है। वहीं, इससे प्रेरणा पाकर हटा थाने के आरक्षक मनीष सेन ने अपनी बहन की शादी के कार्ड में सभी से आग्रह किया है कि सभी लोग अपने मतदान का उपयोग अवश्य करें। मनीष की बहन आरती की शादी 23 अप्रैल को है और यहां मतदान 26 अप्रैल को है। आरक्षक मनीष की मानें तो यह उनकी बहन की सोच है, जो आज लोगों के लिए जागरूकता का सबब बनी हुई है। जहां-जहां कार्ड जा रहा है, संदेश पढ़ने के बाद लोग तारीफ कर रहे हैं। *लोग कर रहे सराहना* दरअसल, वोट डालने का मतलब सिर्फ बटन दबाना नहीं होता, बल्कि एक वोट से ही आप अपनी सरकार को चुनते हैं। जिस भी घर में आरती की शादी का निमंत्

घर रिश्तेदारों में बांट आया शादी का कार्ड, रिश्तेदार कार्ड पढ़ते ही हों गए बेहोश, जानिए क्या राज छुपा निमंत्रण पत्र में

 घर रिश्तेदारों में बांट आया शादी का कार्ड, रिश्तेदार कार्ड पढ़ते ही हों गए बेहोश, जानिए क्या राज छुपा निमंत्रण पत्र में मध्यप्रदेश ।   शादियों का सीजन चल रहा है। लोग लगन में काफी व्यस्त है। ऐसे में कभी - कभी शादियों से जुड़े मामले सामने आ जाते है जिन्हे देखने के बाद हर कोई दंग हो जाता है। भारत ही एक ऐसा देश है जहां ऐसे मजेबुल शादी के कार्ड वायरल होते है। लोग अपनी शादी को अनोखा बनाने के लिए कई तरह के छोटे बड़े कार्य करते रहते है। आज हम आपको ऐसी ही एक शादी से रूबरू कराने जा रहे है। यहां एक दोस्त ने अपने दोस्त को शादी में ना बुलाने की अपील लोगों से कर डाली और यह अपील सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगी। दरअसल, एक शादी के कार्ड में इनवाइट किया गया लेकिन एक नोट भी लिखा गया कि सौरभ को शादी में नहीं लाना है। अगर वो आ भी जाता है तो उसको भगा दिया जाएगा। *ऐसी निभाई दुश्मनी* सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस शादी के कार्ड में व्यक्ति ने दोस्तों को निमंत्रण भेजो सेवा में कई लोगों के नाम लिखे गए पर नीचे एक नोट छोड़ा गया जिसमें लिखा गया कि उसकी शादी में सौरभ का आना बिल्कुल मना है अगर वह शादी में कही

प्रधान आरक्षक 20,000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार ऐसे किए जाते हैं फर्जी मुकदमे

 प्रधान आरक्षक 20,000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार ऐसे किए जाते हैं फर्जी मुकदमे ढीमरखेड़ा |  दतिया- मध्यप्रदेश के दतिया जिले के दुरसडा थाने में पदस्थ एक प्रधान आरक्षक को ग्वालियर लोकायुक्त के द्वारा ₹20,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गुरुवार को गिरफ्तार किया गया है प्रधान आरक्षक के द्वारा एक मुकदमे में धारा कम करने के लिए रिश्वत मांगी गई थी अगर रिश्वत नहीं दिया जाता तो वह सामने वाले व्यक्ति के ऊपर झूठी धाराएं लगा देता।  *धाराएं नहीं बढ़ाने के लिए मांगी थी रिश्वत* सूत्रों के मुताबिक ग्राम सुजैन निवासी पूरन पटवा के ऊपर जमीन के संबंध में धोखाधड़ी करने का मुकदमा दर्ज था इसके लिए प्रधान आरक्षक हरेंद्र पालिया ने ₹40,000 की रिश्वत मांगी थी जिसमें कि वह मारपीट की धारा नहीं लगाने की बात कर रहा था जब हरेंद्र पालिया रिश्वत की ₹20,000 ले रहा था तभी ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया उसके हाथ धुलवाए गए तो उसके हाथों का रंग भी बदल गया लोकायुक्त टीम मौके पर कार्रवाई कर रही है इस कार्यवाही से दतिया के छोटे पुलिसकर्मी  से लेकर वरीष्ठ अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया है। *पैसे लेकर क