सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

पोल्ट्री शेड की धीमी गति पर उपयंत्री एवं निर्माण एजेंसी को शोकाज ढीमरखेड़ा विकासखंड क्षेत्र का जिपं सीईओ ने किया निरीक्षण, दी हिदायत सगौना में 35 पोल्ट्री शेड में से 8 कार्य शुरू पाए जाने पर उपयंत्री और निर्माण एजेंसी को शो कॉज नोटिस,होगी सख्त कार्यवाही

 पोल्ट्री शेड की धीमी गति पर उपयंत्री एवं निर्माण एजेंसी को शोकाज 

ढीमरखेड़ा विकासखंड क्षेत्र का जिपं सीईओ ने किया निरीक्षण, दी हिदायत 

सगौना में 35 पोल्ट्री शेड में से 8 कार्य शुरू पाए जाने पर उपयंत्री और निर्माण एजेंसी को शो कॉज नोटिस,होगी सख्त कार्यवाही

ढीमरखेड़ा | मड़ेरा के निर्माणाधीन  सीएचसी (क्लस्टर हायरिंग सेंटर) को तकनीकी मानकों के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण सुधार करते हुए शीघ्र पूर्ण कराएं, ताकि ग्रामीणों को आवश्यक सुविधाओं का लाभ शीघ्र मिल सके। इस आशय के निर्देश जिला पंचायत के सीईओ शिशिर गेमावत ने बुधवार को जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के ग्राम मड़ेरा में प्रगतिरत क्लस्टर हायरिंग सेंटर (कृषक सुविधा केंद्र) के औचक निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को दिए। निर्माणाधीन कार्यों का जायजा लेते हुए सीईओ गेमावत ने कहा कि कार्य की गुणवत्ता में कोताही नहीं बरती जाए। निर्धारित मानकों के अनुरूप कार्य पूर्ण कराया जाकर नागरिकों को सौंपा जाए ताकि शीघ्रता से ग्रामीण इसका समुचित उपयोग कर सके।राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्व सहायता समूह की महिलाओं को अधिक से अधिक अजीविका और रोजगार मूलक गतिविधियों से जोड़ने के प्रयास किए जाएं ताकि महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त और स्वावलंबी बन सके। जिला पंचायत के सीईओ शिशिर गेमावत ने उक्त कार्यवाही करने हेतु सीएलएफ पदाधिकारियों की बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दुग्ध संग्रह केंद्र बनाए जाने हेतु भी त्वरित रूप से आवश्यक कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि मिल्क कलेक्शन सेंटर हो जाने से स्थानीय दुधारू पशुओं के दूध विक्रय करने में आसानी होगी और स्थानीय ग्रामीणों को बेहतर आमदनी हो सकेगी जिससे वे अपने घर और परिवार का बेहतर तरीके से उधर पोषण कर सकेंगे। समीक्षा बैठक में जनपद पंचायत के सीईओ विनोद पांडेय, परियोजना अधिकारी वाटर शेड सूरज शर्मा एवं स्व सहायता समूह की महिलाएं और पदाधिकारी उपस्थित रहे। 


रोझन में बेल्कुंड नदी पर प्रस्तावित स्टॉपडेम कार्यस्थल का किया निरीक्षण


जिला पंचायत के सीईओ शिशिर गेमावत ने ग्राम रोझन में बेलकुंड नदी पर प्रस्तावित स्टॉपडेम कार्यस्थल का मुआयना किया। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण एवं संवर्धन के प्रयासों में निरंतर प्रयासों की आवश्यकता है। स्टॉप डेम निर्माण के पूर्व भली-भांति परीक्षण कर लिया जाए ताकि बारिश का पानी पर्याप्त मात्रा में संचित हो सके।


समय में पूर्ण करें कार्य


जिला पंचायत के सीईओ शिशिर गेमावत ने  ग्राम सगौना पहुंचकर पोल्ट्री शेड निर्माण कार्यों को भी देखा। स्वीकृत 35 कार्यों में से मात्र आठ कार्य प्रारंभ पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्माण एजेंसी और उपयंत्री को शोकाज नोटिस जारी किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि नियत समय में शेष अपूर्ण कार्य पूर्ण कराएं अन्यथा सख्त कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान उन्होंने स्वसहायता समूह की महिलाओं से संवाद किया और पोल्ट्री शेड निर्माण के संबंध में जानकारी ली।

जिर्री तालाब का अवलोकन किया गया


वाटर शेड के अंतर्गत निर्मित जिर्री तालाब का अवलोकन कर  उपयोगकर्ता समूह से मछली पालन एवं सिंघाड़ा उत्पादन के पोल्ट्री शेड की धीमी गति पर उपयंत्री एवं निर्माण एजेंसी को शोकाज  में संवाद किया एवं आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।

टिप्पणियाँ

popular post

खुशियों की दास्तां, घूंघट से बाहर निकल आजीविका संवर्धन गतिविधि से लखपति दीदी बनीं प्रेमवती

 खुशियों की दास्तां, घूंघट से बाहर निकल आजीविका संवर्धन गतिविधि से लखपति दीदी बनीं प्रेमवती ढीमरखेड़ा |  कभी घर की चहार दीवारी में कैद रहकर घूंघट में रहने वाली विकासखण्ड कटनी के ग्राम पंचायत कैलवारा की श्रीमती प्रेमवती पटेल ने  स्व-सहायता समूह से जुड़कर आर्थिक स्वावलंबन की मिसाल बन गई हैं।। स्व-सहायता समूह की आजीविका संवर्धन गतिविधि के माध्यम से दुकान की विस्तारित स्वरूप देकर और कृषि कार्य में आधुनिक तकनीक की मदद से प्रेमवती अब हर माह 22 हजार रूपये  की आय अर्जित कर लखपति दीदी बन गई हैं। प्रेमवती पटेल बताती है कि समूह से जुड़ने के पहले उनकी मासिक आमदनी हर माह करीब 8 हजार रूपये ही थी। परिवार चलाना भी मुश्किल हो पा रहा था, बच्चों  की देख-रेख में भी कठिनाई हो रही थी और पति कि छोटी दुकान थी, जो बहुत ज्यादा चलती भी नहीं थी। ऐसे में स्व -सहायता समूह से जुड़ने के बाद उनके लिए तरक्की  के द्वार खुल गए ।प्रेमवती ने 10 महिलाओं के साथ मिलकर संकट मोचन स्व-सहायता समूह गठित किया और वे स्वयं इस समूह की अध्यक्ष चुनीं गईं। उन्होंने इस समूह से जुड़कर  कृषि कार्य में उन्नत बीज...

जिला पंचायत उपाध्यक्ष की शिकायतों के बाद डीईओ पृथ्वी पाल सिंह पर गिरी गाज, कटनी से हटाए गए, स्कूल शिक्षा विभाग ने जबलपुर किया तबादला, विवादों में घिरी रही कार्यशैली

 जिला पंचायत उपाध्यक्ष की शिकायतों के बाद डीईओ पृथ्वी पाल सिंह पर गिरी गाज, कटनी से हटाए गए, स्कूल शिक्षा विभाग ने जबलपुर किया तबादला, विवादों में घिरी रही कार्यशैली ढीमरखेड़ा ।  कटनी जिले में पदस्थापना के बाद से ही लगातार विवादों में रहने वाले प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वीपाल सिंह को आखिरकार राज्य सरकार ने हटा दिया है। उन्हें जबलपुर जिले में कार्यालय संयुक्त के पद पर पदस्थ किया गया है। हालांकि अभी तक उनके स्थान पर कटनी में किसी भी जिला शिक्षा अधिकारी की पोस्टिंग नहीं की गई है। ऐसा माना जा रहा है कि आज शाम या कल तक नए जिला शिक्षा अधिकारी की पद स्थापना कर दी जाएगी। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वी पाल सिंह कटनी जिले में अपना 3 साल का निर्धारित समय भी पूरा कर चुके थे, लेकिन ऊपर तक पहुंच होने के कारण उन्हें हटाया नहीं जा रहा था। कटनी में पिछले 3 साल के दौरान शिक्षा विभाग में हुई अनियमितताओं की शिकायत जबलपुर से लेकर राजधानी तक पहुंची थी। जिला पंचायत कटनी के उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा ने भी वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत राज्य सरकार से की थी। स्थानीय स्तर पर...

समर्थन मूल्य पर मूंग व उड़द उपार्जन हेतु किसानों का पंजीयन 19 से, खरीदी 6 जुलाई से होगी शुरू

 समर्थन मूल्य पर मूंग व उड़द उपार्जन हेतु किसानों का पंजीयन 19 से, खरीदी 6 जुलाई से होगी शुरू कटनी । राज्य शासन द्वारा किसानों के हित में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग और उड़द के उपार्जन का निर्णय लिया गया है। प्रदेश के 36 मूंग उत्पादक जिलों में 8682 रुपए प्रति क्विंटल की दर से मूंग और 13 उड़द उत्पादक जिलों में 7400 रुपए प्रति क्विंटल की दर से उड़द उपार्जित की जाएगी। कृषक 19 जून से 6 जुलाई तक पंजीयन करा सकेंगे, इसके बाद 7 जुलाई से 6 अगस्त तक उपार्जन किया जाएगा।