मां की बगिया" से दीदियां लिखेंगी आर्थिक समृद्धि की इबारत-सुश्री कौर, आजीविका मिशन की प्रशिक्षण सह कार्यशाला में जिला पंचायत सीईओ ने सफलता के दिए टिप्स
मां की बगिया" से दीदियां लिखेंगी आर्थिक समृद्धि की इबारत-सुश्री कौर, आजीविका मिशन की प्रशिक्षण सह कार्यशाला में जिला पंचायत सीईओ ने सफलता के दिए टिप्स
कटनी | एक बगिया मां के नाम के अंतर्गत किए गए पौधारोपण से आजीविका मिशन अंतर्गत गठित स्वसहायता समूहों की दीदियां जिन्हें हितग्राही के रूप में चिन्हित किया गया है वे भविष्य में आर्थिक समृद्धि की इबारत लिखेंगी। कुछ इस आशय के विचार जिला पंचायत की सीईओ सुश्री हरसिमरनप्रीत कौर ने आजीविका मिशन द्वारा आयोजित प्रशिक्षण सह कार्यशाला शाला में समस्त विकास खंडों से उपस्थित स्वसहायता समूह के सदस्यों से रूबरू होते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पौधारोपण के विभिन्न चरणों को भली भांति समझे और कार्यस्थल पर जाकर फलीभूत करें। धन राशि के एक-एक पैसे का सदुपयोग करें। उन्होंने आगे कहा कि यह योजना आपको आत्मनिर्भर बनाने एवं स्वावलंबन की दिशा में माइल स्टोन साबित होगी। इसकी सफलता हेतु उन्होंने टिप्स दिए। इस दौरान उन्होंने सहायता समूह की महिलाओं अनुभव साझा करने को कहा। रमा ठाकुर ने अपने अनुभव और विचार साझा किए। आर्थिक सहायता एवं जिला प्रशासन से जो भी मदद संभव होगी तत्परता पूर्वक दी जाएगी। अवगत होवे कि जिला पंचायत के सभाकक्ष में "एक बगिया मां के नाम" के अंतर्गत चयनित हितग्राहियों को पौधारोपण करने एवं आर्थिक सशक्तिकरण की दृष्टि से हितग्राहियों के उन्मुखीकरण हेतु प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में समस्त विकास खंडों से 30-30 हितग्राहियों को प्रशिक्षण हेतु आहूत किया गया था। जिला पंचायत की सीईओ सुश्री कौर प्रशिक्षण के उद्देश्य को आत्मसात करते हुए पौधों के बेहतर रखरखाव,देखभाल करने को कहा। राज्य आजीविका मिशन की जिला प्रबंधक शबाना बेगम ने मां की बगिया के अंतर्गत पौधारोपण के संबंध में आवश्यक जानकारी से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि प्रति 25 एकड़ पर एक एक कृषि सखी की तैनाती की जाएगी। उद्यानिकी विभाग से शिवकुमारी पांडे एवं अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा अजीत सिंह परिहार द्वारा पौधारोपण के विभिन्न चरणों, विधियों,देखभाल,सुरक्षा के तरीकों, निर्देशों और नियमों की विस्तार से जानकारी दी गई।
*परियोजना की खासियत*
इस परियोजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस कार्य पर व्यय होने वाली समस्त राशि हितग्राही के खाते में आएगी।
*उद्देश्य*
जिला पंचायत की सीईओ सुश्री कौर ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि इसका उद्देश्य स्व सहायता समूह की महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण, निजी भूमि पर फलदार पौधे लगाना, सहरोजगार एवं आय के स्रोतों में वृद्धि एवं पर्यावरण संरक्षण है।
*परियोजना से लाभ*
उन्होंने बताया कि परियोजना से आर्थिक लाभ, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र दोनों में उत्पादन को बढ़ावा देना आदि है।
*इनकी रही मौजूदगी*
प्रशिक्षण सह कार्यशाला में कमलाकर मिश्रा, सुधीर बिंद, विवेक द्विवेदी, धर्मेंद्र गुप्ता, सूर्य प्रताप सिंह बघेल ,राम सुजान द्विवेदी , मोहम्मद शहजाद ,सानिध्य खरे एवं अन्य अधिकारियों कर्मचारियों की मौजूदगी रही।

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